Vikas Dubey एनकाउंटर के बाद गठित आयोग के सवालों ने छुड़ाएं पुलिस के पसीने

बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद सुप्रीम कोर्ट की ओर से न्यायिक आयोग की गठित टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मुठभेड़ में जहां आरोपियों का एनकाउंटर हुआ वहां टीम ने निरीक्षण किया। टीम ने नेवादा गांव में अतुल दुबे और प्रेमप्रकाश के एनकाउंटर स्थल पर जांच की। इसके बाद टीम ने 3 बजे सचेंडी में भौती बाइपास के पास उस जगह का निरीक्षण किया जहां विकास दुबे से मुठभेड़ हुई। हालांकि इस बीच जब टीम ने पुलिस से सवाल किये तो पुलिसकर्मियों के पसीने छूटते नजर आए। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मौके पर पहुंचे आयोग के सदस्यों ने सवालों की झड़ी लगा दी।

आयोग के सदस्यों ने सवाल किये कि गाड़ी कहां और कैसे पलटी? जिस दौरान गाड़ी पलटी उसमें कितने लोग सवार थे? विकास दुबे कहां बैठा था? इस पर टीम को जवाब मिला की पीछे की सीट पर। टीम ने सवाल किया कि विकास किसकी पिस्टल लेकर भागा ? जिस पर नवाबगंज के थाना प्रबारी रमाकांत पचौरी की ओर से जवाब दिया गया सर मेरी। टीम ने फिर सवाल किया आप कहां बैठे थे? जिस पर प्रभारी का जवाब था बाएं। आयोग की टीम ने कहा जब गाड़ी पलटी तो आपकी पिस्टल तो कमर के नीचे दब गयी होगी फिर विकास ने इतनी जल्दी कैसे पिस्टल निकाल ली? जिस पर प्रभारी ने कहा कि मैं बेहोश था मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। टीम ने सवाल किया कि विकास किस तरह से गाड़ी से बाहर आया? जिस पर थाना प्रभारी ने फौरन बोला कि वही पीछे के दरवाजे से बाहर आय़ा। थाना प्रभारी के इस जवाब पर आयोग ने पुनः सवाल किया आप तो बेहोश थे!

इतना ही नहीं आयोग ने उज्जैन से विकास दुबे को लेकर चलने और गाड़ी बदलने को लेकर भी सवाल किये। सवाल यह भी हुआ कि मीडिया के वाहनों को क्यों रोका गया? जिस पर एसटीएफ ने कहा कि जांच के बाद वाहन टोल से आगे बढ़ाए जाते हैं। इसमें पुलिस की कोई भी भूमिका नहीं है।

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