UP में बीहड़ के डकैत का सफाया, 60 से अधिक मामले थे दर्ज, कभी पुलिक का था मुखबिर

यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक बड़ी सफलता मिली है। STF ने चित्रकूट में शनिवार को साढ़े पांच लाख के इमामी डकैत गौरी यादव को मार गिराया है। गौरी पर यूपी में 5 लाख और मध्य प्रदेश से 50 हजार का इमाम घोषित था। गौरी यादव पर 60 से अधिक मामले दर्ज थे। मुठभेड़ में मारे गौरी यादव के पास से एक एके-47, 12 बोर की बंदूक और सैकड़ों जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।

यूपी के ADG क़ानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 29 और 30 अक्टूबर को रात में बाहिलपुरवा थाना अंतर्गत चित्रकूट में दस्यु सरगना गौरी यादव STF के साथ मुठभेड़ में मारा गया। इस पर 45 से अधिक मुकदमे दर्ज़ हैं, इस पर UP सरकार की तरफ से 5 लाख और मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से 50,000 का इनाम घोषित था।

गौरी यादव

बता दें कि 1992 में चित्रकूट के बहिलपुरवा में तैनात एक इंस्पेक्टर ने उस समय के सबसे खूंखार डकैत ददुआ की टोह लेने के लिए गौरी यादव को अपना मुखबिर बनाया था। मुखबिर बनकर डकैतों के संपर्क में आए गौरी यादव को अपराध और बीहड़ ऐसे रास आए कि वह खुद ही डकैत बन गया और पुलिस को चुनौती देने लगा।

गौरी यादव को चित्रकूट के बहिलपुरवा में हुई मुठभेड़ में ढेर किया गया है। 90 के दशक में गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 लाख और मध्य प्रदेश पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित कर रखा था। गौरी यादव के मारे जाने के बाद, कहा जा रहा है कि यूपी एसटीएफ ने प्रदेश से आतंक का पर्याय बने डकैतों का पूरी तरह से सफाया कर दिया है।

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