विप्लब देब ने सम्भाली त्रिपुरा की कमान, पीएम मोदी और शाह ने जीत को विकास की नींव बताया

अगरतला: त्रिपुरा में में आज नये मुख्यमंत्री के तौर पर विप्लब देब कमान सम्भाली. पूर्व में सरकार की बागडोर सम्भाल चुके माणिक सरकार को भी इस समारोह का निमंत्रण पत्र भेजा गया था. विप्लब देब ने छह मार्च को राज्यपाल तथागत राय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बिप्लब देब ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, उनके साथ जिष्णु देव वर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली को संबोधित किया.त्रिपुरा

जिसके बाद राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया था. भाजपा- इंडीजीनियस पीपल्स पार्टी ऑफ त्रिपुरा( आईपीएफटी) गठबंधन ने पिछले हफ्ते आए चुनाव परिणामों में जीत दर्ज की और 25 वर्ष के माकपा नीत वाम शासन को उखाड़ फेंका था.

शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित किया. पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय भाषा में की. पीएम ने कहा कि आज त्रिपुरा में फिर से एक बार दीवाली आई है.

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं, त्रिपुरा उन्हीं चुनावों में से एक है जिसकी चर्चा भविष्य में भी होती रहेगी. त्रिपुरा के नागरिकों ने ये इतिहास रचा है. पीएम ने कहा कि त्रिपुरा में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ है. त्रिपुरा के लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जिन्होंने हमें वोट दिए हैं और जिन्होंने वोट नहीं दिए हैं ये सरकार सभी के लिए है. त्रिपुरा का हर नागरिक हमारा है, उसका विकास करना हमारा दायित्व है.

अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में पीएम मोदी के नेतृत्व में जो विश्वास रखा है. मैं भरोसा देता हूं कि हमारी टीम त्रिपुरा को मॉडल राज्य बनाएगी. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद नॉर्थ ईस्ट में शांति फैली है.

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बिप्लब देब ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद कहा कि राज्य में बीजेपी की जीत के पीछे सुनील देवधर, हेमंत शर्मा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह की मेहनत है. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में सरकार चलाएंगे.

गौरतलब हो कि 3 मार्च को आए नतीजों के बाद से ही त्रिपुरा में हिंसा की स्थिति बनी हुई थी. बीजेपी समर्थकों ने साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में बुलडोज़र की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया था. त्रिपुरा के बाद मूर्ति तोड़े जाने की घटना पूरे देश में कई जगहों पर फैली.

त्रिपुरा में लेनिन, तमिलनाडु में पेरियार, उत्तर प्रदेश में बाबा साहेब अंबेडकर, पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, केरल में महात्मा गांधी की मूर्ति को खंडित किया गया.

बीजेपी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 35 सीटें हासिल कीं वहीं उसकी सहयोगी जनजातीय पार्टी आईपीएफटी ने आठ सीटों पर कब्जा जमाया है. इस तरह वाम गढ़ में दो तिहाई बहुमत से बीजेपी की सरकार बनने में कामयाब रही.

माकपा ने 16 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस अपना खाता खोलने में नाकाम रही. एक सीट पर चुनाव नहीं हो पाया था.

मूर्तियां तोड़े जाने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह चिंता व्यक्त कर चुके हैं. गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को इस प्रकार की घटनाओं से सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं.

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त्रिपुरा में 25 साल के लेफ्ट राज को खत्म कर सत्ता पर काबिज होने वाली भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार ने आज शपथ ली. जीत के हीरो रहे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिप्लब देब मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर बीजेपी के नायक बने. उनके साथ विष्णु देव वर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

शपथ ग्रहण समारोह को काफी भव्य तौर पर आयोजित किया गया. शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा सभी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया था.

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