धरती पर है एक ऐसा गाँव जहाँ इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब हैं अंधे, जानें क्यूँ है ऐसा

नई दिल्ली। धरती पर एक ऐसा गांव भी है जहां रहने वाले इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब अंधे हैं। ये गांव आपको बड़ा रहस्यमयी लगेगा। हो सकता है कि आपको इस बात पर यकीन ही न हो। लेकिन यह हकीकत है। जी हां, इसी वजह से यहां रहने वाले पक्षी उड़ तक नहीं पाते। वह जब कभी उड़ान भरने की कोशिश करते हैं तो पेड़ों से टकरा कर गिर जाते हैं। वहीं पशुओं की भी हालत कुछ ऐसी ही है। वे अपना खाना ही नहीं तलाश पाते।

धरती पर है एक ऐसा गाँव जहाँ इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब हैं अंधे, जानें क्यूँ है ऐसा

यहां लोगों की आंखें तो हैं लेकिन वे सबकुछ देख नहीं पाते। इस गांव का अस्तित्व अब लोगों के लिए रहस्यमयी बन चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ‘टिल्टेपक’ नामक इस गांव में जोपोटेक जनजाती के लोग बसते हैं। कहते हैं कि यहां जन्म के समय बच्चे एकदम ठीक होते हैं मगर कुछ दिनों बाद ही वे दृष्टिहीन हो जाते हैं। टिल्टेपक नामक ये गांव सड़क के किनारे बसा हुआ है। आप अगर इस गांव में बनी झोपड़ियों को देखेंगे तो आपको और अधिक हैरानी होगी।

धरती पर है एक ऐसा गाँव जहाँ इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब हैं अंधे, जानें क्यूँ है ऐसा

दरअसल, इस गांव में किसी भी झोपड़ी में आपको एक भी खिड़की देखने को नहीं मिलेगी। गांव में तकरीबन 70 झोपड़ियां बनी हुई हैं। इनकी दुनिया अजीबोगरीब बातों से भरी हुई है, फिर चाहें आप इनके खानपान या रहन-सहन को ले लें। गांव में बनी किसी भी झोपड़ी में आपको कोई खिड़की नहीं नजर आएगी। इसके पीछे का कारण भी साफ है क्योंकि इन्हें रोशनी की जरूरत ही नहीं पड़ती। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि यहां जोपोटेक जाति के लगभग 300 रेड इंडियन रहते हैं। जीवन में इस कमी के चलते यहां लोग पत्थरों पर सोते हैं।

धरती पर है एक ऐसा गाँव जहाँ इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब हैं अंधे, जानें क्यूँ है ऐसा

जी हां, गांव वाले इसके पीछे की वजह एक पेड़ को मानते हैं। इस पेड़ का नाम ‘लावजुएजा’ है। इसे देखने के बाद लोग अंधे हो जाते हैं। जब वैज्ञानिकों को इस बात का पता चला तो वे भी इस गांव की तरफ आकर्षित हुए। उन्होंने इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश की। वैज्ञानिकों ने पाया कि जिस पेड़ को लोग रहस्यमयी समझ रहे हैं असल में वैसा कुछ था ही नहीं। उनका कहना है कि उस पेड़ को देखने के बाद भी पर्यटक तो साफ देख पाते हैं। वैज्ञानिकों ने इसके पीछे का एक अलग कारण बताया।

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उन्होंने कहा कि ऐसा एक विषैली मक्खी के काटने से होता है। ये मक्खी उनके शरीर में एक तरह के कीटाणु छोड़ देती है जो शरी में फैल जाते हैं और उनकी आंखों के नसों को ब्लॉक कर देते हैं, जिससे कि लोगों को दिखना बंद हो जाता है। ये एक विशेष तरह की काली मक्खी होती हैं। ताज्जुब करने वाली बात है कि जरा सी मक्खी इंसान को अंधा कर सकती है। जब ये मक्खियां किसी को काटती हैं तो यह कीटाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। साथ ही शरीर में सूजन आ जाती है। इसके बाद इंसान अंधा हो जाता है।

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