पांच दिन बाद घर आने वाला था बेटा, ‘मां’ के लिए हुआ शहीद
रिपोर्ट- धर्मेंद्र सिंह
आगरा। सीमाा पर लड़ते हुए आगरा का लाल शहीद हुआ है। सिकंदरा के लखनपुर गांव का रहने वाला देवेंद्र पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में गोली लगने से शहीद हुआ। आतंकवादियों की घुसपैठ के बाद फायरिंग की गई थी, शहीद की तीन साल पहले शादी हुई थी और दो बच्चे हैं। उनकी शहादत की खबर से घर में कोहराम मचा हुआ है।
आगरा के सिकंदरा के लखनपुर गांव का रहने वाला 28 वर्षीय देवेंद्र बघेल पाकिस्ता की गोली से शहीद हो गया। वह सीमा सुरक्षा बल की 173 वीं बटालियन में थे। उनकी पोस्टिंग जम्मू में कठुआ जिले के हीरानगर भारत पाकिस्तान सीमा पर थी। आतंकियो की घुसपैठ के बाद सर्च आॅपरेशन चलाया गया था। इसी बीच पाकिस्तान ने नियमों को तोड़ते हुए सीजफायर किया जिसमें सीमा सुरक्षा बल के जवान देवेंद्र सिंह को गोली लगने से घायल हो गए, उनका इलाज कराया गया लेकिन जान नहीं बच सकी।
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देवेंद्र की मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मच गया वहीं पूरे गांव में मातम पसर गया । सिकंदरा के लखनपुर निवासी नारायण सिंह के बेटे देवेंद्र सिंह का 2011 में सीमा सुरक्षा बल में चयन हुआ था, वे काफी समय से जम्मू में भारत पाकिस्तान सीमा पर तैनात थे।
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देवेंद्र बघेल की शादी तीन साल पहले खंदौली के नगला हेता निवासी पिंकी से हुई थी। देवेंद्र के दो साल का बेटा धीरज और नौ महीने की बेटी ऋतिका हैं। वह डेढ़ महीने पहले कुछ दिन की छुट्टी लेकर परिवार से मिलने आए थे। पांच दिन बाद वह घर लौटकर आने वाले थे।