जब अखिलेश ने दिखाया था अपना रौद्र रूप, पत्रकारों ने दर्ज कराई थी FIR, और…
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव-2022 के अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। ऐसे में यूपी पूरा राजनीतिक रंग में डूबा हुआ है। साथ ही राजनीतिक किस्से भी तूल पकड़ रहे हैं। जिसमें समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान और पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से जुड़ा एक किस्सा भी सुर्खियों में हैं। जिसमें अखिलेश यादव पर एफआईआर दर्ज हुई थी।
दअसल, यूपी के मुरादाबाद में 11 मार्च 2021 को अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता हुई थी। जिसमें पत्रकारों ने अखिलेश यादव से आजम खान से जुड़ा सवाल पूछा था। जिसपर अखिलेश को गुस्सा आ गया था। बता दें कि इस प्रेसवार्ता में पत्रकारों ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से उनके पारिवारिक रिश्तों और आज़म खान को लेकर सवाल पूछा था।
इस पर अखिलेश ने पत्रकारों से उलटे सवाल दागा कि उनको कैसे पता की उनका प्रधानमंत्री जी से अच्छे रिश्ते हैं? यूपी के पूर्व सीएम ने कहा था कि अगर उन्होंने आज़म खान के बारे में पीएम से बात की भी होगी तो वह उन्हें क्यों बताएं। साथ ही अखिलेश ने एक पत्रकार को छोटा पत्रकार तक कह दिया था। पत्रकारों के सवालों से परेशान होकर अखिलेश ने ये तक कह दिया था कि ये लोग बिके हुए पत्रकार हैं, सिर्फ उनसे ही क्यों पूछते हैं, भाजपा से क्यों नहीं पूछते।
यह मामला यहीं शांत नहीं हुआ था पत्रकारों ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव के कहने पर उनके सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों ने पत्रकारों के साथ मारपीट की। इस दौरान कई पत्रकारों ने होटल के रसोईं में छिपकर अपनी जान बचाई थी, जबकि कई पत्रकार इस हमले में घायल हुए थे। कई मीडिया कर्मियों के तो कैमरे तक तोड़ दिए गए थे। इस हमले के बाद पत्रकार अवधेश पराशर ने अखिलेश यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 342 (गलत तरीके से कारावास), और 323 (चोट पहुंचाना) के तहत केस दर्ज कराया था।