मोदी सरकार के खिलाफ नए ‘स्वतंत्रता आंदोलन’ की जरूरत : कांग्रेस

वर्धा। कांग्रेस ने मंगलवार को मोदी सरकार के डराने, धमकाने और ध्रुवीकरण व बांटने की राजनीति से मुकाबला करने के लिए ‘नए स्वतंत्रता संग्राम’ का यहां आह्वान किया। महात्मा गांधी की जयंती पर कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) ने इस अवसर पर एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें आरएसएस और भाजपा पर चुनावी लाभ के लिए महात्मा गांधी की विरासत को हथियाने का पाखंड करने का आरोप लगाया गया है।

मोदी सरकार

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प्रस्ताव में कहा गया है, “आज, नए स्वतंत्रता संग्राम की तत्काल जरूरत है -विभाजनकारी व पूर्वाग्राही ताकतों से मुकाबला करने के लिए, मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए, जिसकी राजनीति डराने-धमकाने की, ध्रुवीकरण और बांटने की, बहस और असहमति को कुचलने की, असाधारण विविधता वाले एक देश में कृत्रिम एकरूपता थोपने की, नफरत और बदले की, सभी संवैधानिक मूल्यों, सिद्धांतों और परंपराओं को नष्ट करने की, झूठ, धोखा और छल की राजनीति है, उसके खिलाफ एक विशाल आंदोलन की जरूरत है।”

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आरएसएस पर ‘स्पष्ट रूप से पाखंड’ अपनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि संघ ने महात्मा गांधी को उनके पूरे जीवनकाल में खारिज किया, लेकिन आज खुद को उनके हिमायती के तौर पर पेश कर रही है।

कांग्रेस ने कहा, “यह आरएसएस की राजनीति थी, जिसने घृणा का माहौल तैयार किया, जो महात्मा की दुखद हत्या का कारण बना।”

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