#मन की बात : तीन तलाक बिल पर बोले मोदी, लंबे संघर्ष के बाद मिली सफलता
नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. हर महीने के आखिरी रविवार को किया जाना वाला यह संबोधन इस बार साल का आखिरी दिन भी है. इसके लिए उन्होंने 21 दिसंबर को लोगों से विचार साझा करने के लिए आग्रह किया था. आज पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट से कार्यक्रम के बाबत ट्वीट भी साझा किया.
अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम ने तीन तलाक बिल का जिक्र किया. उन्होंने कहा लंबे संघर्ष के बाद मुस्लिम महिलाओं को मिली तीन तलाक से आजादी मिलने वाली है.
मैं चाहता हूं 15 अगस्त के आसपास दिल्ली में मॉक पार्लियामेंट आयोजित हो और हर जिले से एक नौजवान यहां आकर अपने विचार रखे. नौजवान साथियों समय की मांग है कि 21वीं सदी के भव्य भारत के लिए आंदोलन खड़ा करें.
We can have mock Parliaments in our districts, where we discuss how to make development a mass movement and transform India. The New India Youth must take a lead in this. #MannKiBaat pic.twitter.com/b7ysbh4XYT
— PMO India (@PMOIndia) December 31, 2017
हर जिले में मॉक पार्लियामेंट बने और वहां न्यू इंडिया पर मंथन करें. युवाओं से वोटर के रूप में रजिस्टर करने का आह्वान करता हूं. युवाओं का वोट न्यू इंडिया का आधार बनेगा.
4 जनवरी से चार हजार शहरों में 40 करोड़ के बीच स्वच्छता का सर्वे किया जाएगा. इसमें खुले में शौच मक्ति, सफाई की काम देखा जाएगा. इसमें यह भी देखा जाएगा कि क्या ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि स्वच्छता लोगों की आदत बन जाए.
1 जनवरी का दिन विशेष है. जो लोग 21 में जन्म हैं. वह लोग वोटर बन जाएंगे. भारतीय लोकतंत्र 21 वीं सदी के वोटरों का स्वागत करता है.
गुरु गोविंद सिंह ने भी महान शिक्षाएं दी हैं. उन्होंने लोगों को जाति और धर्म को तोड़ने की शिक्षा दी. जीवन के हर में पल में त्याग और कर्म का संदेश दिया है. मेरे लिए सौभाग्य की बात रही है मैंने पटना साहिब में उनके 350 वें प्रकाश वर्ष में हिस्सा लिया है.
1 जनवरी का दिन विशेष है. जो लोग 21 में जन्म हैं. वह लोग वोटर बन जाएंगे. भारतीय लोकतंत्र 21 वीं सदी के वोटरों का स्वागत करता है.
यह इंडिया यूथ आग और नए तय करे कि कैसा हो यह भारत. आप भी आगे बढ़ें और देश आगे बढ़े. हम चिंतन करें कि कैसे हम उस भारत का निर्माण करें जिसका सपना महापुरुषों ने देखा है. समय की मांग है कि हम सशक्त और दिव्य भारत के लिए जनांदोलन की शुरुआत करें.
The New India Youth will transform our nation. #MannKiBaat pic.twitter.com/KScr1V5dRL
— PMO India (@PMOIndia) December 31, 2017
नया भारत सांप्रदयिकता, जातिवाद से पूरी तरह से मुक्त हो.
पिछले मन की बात में हमने सकारात्मकता की बात की है. उत्साह से भरे व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नही हैं. 2018 का स्वागत सकारात्मकता के साथ करें. लोगों ने अनुभव शेयर किए हैं. लोगों ने ट्वीट भी किया है.
कुछ लोगों ने उन घटनाओं को भी जिक्र किया जो व्यक्तिगत थीं लेकिन उनमें सकारात्मकता थी. ऐसे कई लोग हैं जिनके कामों से सकारात्मकता आ रही है. यही तो न्यू इंडिया है.
हाल ही में मुझे कश्मीर के रहने वाले प्रशासनिक सेवाओं में टॉपर के बारे में पता चला है. एक बच्चे के लिए दिल मेें कड़वाहट भरने के लिए काफी था.
Do tune in at 11 AM tomorrow. #MannKiBaat pic.twitter.com/LlwrZPQDxo
— Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2017
पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले ट्वीट करके कहा था, “साल के आखिरी दिन 2017 के मन की बात का आखिरी संस्करण प्रसारित होगा. 31 दिसंबर को होने जा रहे इस कार्यक्रम के लिए आपके विचार जानना चाहता हूं.” उन्होंने कहा था, “1800-11-7800 डायल कीजिए और मन की बात के लिए संदेश रिकॉर्ड कीजिए. आप माईजीओवी ओपन फोरम पर भी अपने विचार साझा कर सकते हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम #MannKiBaat (मन की बात) माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर वर्ष 2017 के दौरान सबसे ज़्यादा ट्रेंड करने वाला हैशटैग रहा.