गंगा तट पर कूड़े का अंबार, क्षेत्रवासियों ने बयां किया दर्द

दिलीप कटियार

इलाहाबाद। पांचाल घाट गंगा तट पर एक माह तक लगने वाला माघ मेला को समाप्त हुए एक माह हो चुका है। लेकिन जो गंदगी जिला प्रशासन व कल्पवासियों द्वारा छोड़ी थी। उसकी सफाई अभी तक नही हो पाई है।

गंगा तट पर कूड़े का अंबार

इस गंदगी से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सामूहिक रूप से मेला प्रशासन द्वारा जो शौचालय बनाये गए थे। उनकी सीटे तो सफाई कर्मचारियों द्वारा उखाड़ ली गई थी। लेकिन उसके मल में न कोई केमिकल्स डाला गया न ही उसको मिट्टी से ढका गया है। जिस कारण पूरे क्षेत्र में मक्खियों की पैदाबार बहुत अधिक हो गई है। इसके कारण लोगो का खाना पीना भी हराम हो गया है।

गंगा के किनारे गंदगी को लेकर जब डॉक्टर रजनी सरीन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि गंगा की सफाई हर आदमी की जिम्मेदारी है। यदि इस प्रकार की गंदगी गंगा घाट पर बनी रही तो हैजा, उल्टी और दस्त आदि तमाम प्रकार की बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

जिले के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान से मेला समापन होने के बाद फैली गंदगी को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मैं इस बात का पता करता हूँ कि जिस क्षेत्र में गंदगी है वह किस नगर पालिका का क्षेत्र है या जिला पंचायत का है।

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