International Yoga Day 2021 : 21 जून को ही योग दिवस मनाने के पीछे थी यह खास वजह

21 जून की तारीख इतिहास के पन्नों में एक महत्वपूर्ण तारीख के रूप में दर्ज है। अन्य तमाम घटनाओं की अपेक्षा इसे 6 वर्ष पहले ही अन्तरराष्ट्रिय योग दिवस के रूप में इतिहास में दर्ज हुई है। जब छह वर्ष पहले पीएम मोदी ने 21 जून को अन्तरराष्ट्रिय योग दिवस मनाने का आह्वान किया तो देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश भी इस पहल में शामिल हो गए। भारत समेत दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस का त्यौहार मनाया जाने लगा।

आपको बता दें कि 21 जून के दिन की खासियत होती है कि यह वर्ष के 365 दिनों में सबसे लंबा दिन होता है। योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति व्यक्ति को भी लंबा जीवन मिलता है लिहाजा इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।

योग दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि-

आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है। दो वर्ष से दुनिया भर के देशो में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ हों लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ है।

दुनिया के अधिकांश देशों के लिए योग दिवस कोई उनका सदियों पुराना सांस्कृतिक पर्व नहीं है। इस मुश्किल समय में, इतनी परेशानी में लोग इसे भूल सकते थे, इसकी उपेक्षा कर सकते थे। लेकिन इसके विपरीत, लोगों में योग का उत्साह बढ़ा है, योग से प्रेम बढ़ा है।

जब कोरोना के अदृष्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश, साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से, इसके लिए तैयार नहीं था। हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना।
भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है। इसीलिए, योग में फ़िज़िकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना ज़ोर दिया गया है।

योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है।
जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो। आज इस दिशा में भारत ने यूनाइटेड नेशंस, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
अब विश्व को, M-Yoga ऐप की शक्ति मिलने जा रही है। इस ऐप में कॉमन योग प्रोटोकॉल के आधार पर योग प्रशिक्षण के कई विडियोज दुनिया की अलग अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे।

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