पाकिस्तान के PM को भारत ने बताया हद, PM मोदी के कश्मीर यात्रा पर टिप्पणी करने का उन्हें कोई हक नहीं

दिलीप कुमार

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बनें एक पखवाड़ा हो गया, उसके बावजूद भी पाकिस्तान के रूख में कोई विशेष बदलाव देखने को नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आतंकवाद से मुक्त माहौल में ही बातचीत संभव हो सकती है। ऐसा माहौल बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर निर्भर करता है।

उन्होंने आगे कहा कि कराची में आतंकवादी हमले ने केवल इस जरूरत को ही रेखांकित किया है कि सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकसमान रूख अख्तियार करना होगा।

बता दें कि बगाची ने पीएम मोदी के हालिया कश्मीर यात्रा को दिखावा करार देने वाली शरीफ की टिप्पणी को खारिज कर दिया और कहा कि पाकिस्तान को इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।

गौरतलब है कि बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कहीं भी होने वाले आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ हमारा रूख सतत और स्तिर रहा है। हम उनकी निंदा करते हैं। यह विशेष घटना सभी देशों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ एकसमान रूख अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

बता दें कि मंगलवार को कराची विश्वविद्यालय में एक आत्मघाती बम हमले में चीनी भाषा के तीन शिक्षकों और उनके स्थानीय चालक की मौत हो गयी थी।

पत्रकारों ने मिस्टर बागची से पाकिस्तान से बातचीत को लेकर भारत का रूख पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारा रूक बहुत साफ है। आतंकवाद से मुक्त माहौल होना चाहिए, तभी वार्ता हो सकती है। दोनों पीएम ने शिष्टाचार स्वरूप पत्रों का आदान-प्रदान किया है। हमारी यही वैध मांग है कि आतंकवाद से मुक्त माहौल हो।

बता दें कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी शिविर पर भारत के लड़ाकू विमानों के हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया था। उसके बाद बच-खुचा संबंध जब 2019 में धारा 370 संशोधित कर दिया गया दोनों के संबंधो के बीच खाई और अधिक बढ़ गई।

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