वन विभाग ने दिया सैलानियों को झटका, प्रशासन के इस कदम से बढ़ेगा जेब पर बोझ
अनुज अवस्थी
देहरादून। सूबे के फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में रुकने वाले शौकीनों को सरकार झटका देने जा रही है। फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में अब सस्ते में रुकने का सपना साकार नहीं होगा। सरकार अब ऐसे सभी गेस्ट हाउस का किराया बढ़ाने की तैयारी में है।
इनके किराए में दो से ढाई फीसदी तक वृद्धि करने की तैयारी की जा रही है। कार्बेट टाइगर रिजर्व में की गई पहल के बाद अब प्रदेश भर के गेस्ट हाउस में यही व्यवस्था की जाएगी। वनमंत्री हरक सिंह रावत ने प्रमुख वन संरक्षक को इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
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वन मंत्री का कहना है कि प्रदेशभर के गेस्ट हाउस का रखरखाव सही तरीके से किया जाए इसके लिए गेस्ट हाउस के किराए में वृद्धि करना जरूरी है।
गौरतलब है कि राज्य में फॉरेस्ट गेस्ट हाउस की संख्या लगभग 350 है और इनमें एक रात ठहरने का किराया भारतीयों के लिए ₹250 से ₹5000 तक है। वहीँ विदेशियों के लिए ₹12000 तक है।
खास बात यह है कि पिछले कई सालों से इनके किराए में कोई वृद्धि नहीं की गई है। लंबे समय से इस बात पर मंथन चल रहा था लिहाजा हाल ही में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया है। 15 नवंबर से पास खुलने के बाद नई दरें लागू की जा सकती है।
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वन विभाग गेस्ट हाउस के लिए स्कूली बच्चों और सीनियर सिटीजन के लिए छूट दी जाएगी और नई दरों से होने वाली आय को रेस्ट हाउस हो की मरम्मत और सुख सुविधाओं के लिए पूरी तरीके से खर्च किया जाएगा। इससे आय तो बढ़ेगी ही साथ ही साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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