स्कूलों में छात्रों को मिलेंगे स्वास्थ्य कार्ड, अभिभावकों को कुपोषण के प्रति किया जाएगा जागरूक

( रितिक भारती )

शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को अपने बच्चों के स्वास्थ को लेकर अब अधिक परेशान नही होना होगा। इसकी प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारंभ की जा रही है।  हेल्थ कार्ड में बच्चे की पूरी जानकारी दर्ज होगी वही बच्चे के नियमित स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ डॉक्टर से कराई जाएगी। योजना के तहत जिले के सभी बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा। स्कूलों में संकुल प्राचार्य के माध्यम से संकुल के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में हेल्थ कार्ड शिक्षकों द्वारा तैयार किए जाएंगे।

इन हेल्थ कार्ड में एक जैसा प्रोफार्मा तैयार होगा। इसमें बच्चे का नाम, अभिभावक का नाम, उम्र ,कक्षा ,बीमारी की स्थिति, ब्लड ग्रुप ,बजन ,पता आदि की जानकारी दर्ज करानी होगी। बच्चों के नियमित चेकअप से इसे अपडेट किया जाएगा। यूपी बोर्ड के संबद्ध स्कूलों में कक्षा नौ से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य कार्ड जारी करने की तैयारियां अंतिम रूप में चल रही हैं। छात्रों के स्वास्थ्य कार्ड स्कूलों में समय-समय पर लगने वाले स्वास्थ्य शिविर के आधार पर तैयार होंगे। इसमें मिले चिकित्सकीय परामर्श और रिपोर्ट को स्वास्थ्य कार्ड में दर्शाना होगा। इसके बाद बोर्ड की ओर से रिपोर्ट कार्ड के साथ स्वास्थ्य कार्ड भी बोर्ड की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। इसकी शुरुआत इसी सत्र से होगी। 

छात्रों का स्वास्थ्य कार्ड वार्षिक परीक्षा के रिपोर्ट कार्ड के साथ ही संलग्न होगा। दोनों कार्ड एक जैसे दिखें इसके लिए बोर्ड की ओर से प्रारूप तैयार किया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि, स्वास्थ्य कार्ड में बच्चों की आयु, लंबाई, ब्लड ग्रुप, वजन के साथ ही ब्लड प्रेशर (बीपी) और वैक्सीनेशन आदि की जानकारी होगी। इसके लिए समय-समय पर स्कूलों में शिविर लगाए जांएगे। वहीं शिविर में छात्रों की स्थिति जिस भी तरह की होगी उससे अभिभावकों को परिचित कराया जाएगा। यही नहीं छात्रों के साथ ही अभिभावकों को स्वच्छता, कुपोषण, पौष्टिक आहार के प्रति उन्हें जागरूक भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सत्र के लिए बोर्ड ने एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है उसमें इसका उल्लेख है, जिसकी शुरुआत जुलाई से होने की संभावना है। इसके अलावा शिविर में उन बच्चों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा, जिनका अब तक टीकाकरण नहीं हो सका है।

बरेली के 77 स्कूलों में प्रो. वसीम बरेलवी की निधि से ओपन जिम बनने और पार्क बनाया जाना है। इसके लिए स्कूलों चयन भी हो चुका है। पहले करीब 85 स्कूलों का चयन किया गया था। मगर बाद में संशोधित सूची में आठ स्कूलों को नाम काटकर 77 स्कूलों का चयन किया गया है। दअरसल, विधान परिषद सदस्य रह चुके प्रोफेसर वसीम बरेलवी (प्रख्यात शायर) की सामाजिक कार्यों के लिए हर वर्ष एक निधि जारी होती है। वित्तीय वर्ष खत्म होने पर यह निधि वापस हो जाती है। इसलिए उन्होंने इस वार अपनी निधि से परिषदीय स्कूलों में ओपन जिम बनाने का फैसला लिया। बीएसए से बातचीत के बाद स्कूलों की सूची तैयार हुई और जिले में 77 स्कूलों का चयन कर लिया गया। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि एक स्कूल में ओपन जिम और पार्क बनाने में करीब 1.40 लाख रुपए का खर्चा आ रहा है। इस तरह से 77 स्कूलों में लगभग 107.8 लाख रुपए का खर्चा आएगा। जिससे सभी स्कूलों में ओपन जिम और पार्क तैयार किया जाना है।

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