
लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के गोला कुआं इलाके में 11 सितंबर को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। हरदोई से लखनऊ आ रही कैसरबाग डिपो की रोडवेज बस (यूपी 78 एलएन 1340) अनियंत्रित होकर सड़क पर खड़े पानी के टैंकर से टकरा गई।
टक्कर के बाद बस चालक ने ब्रेक मारा, लेकिन संतुलन बिगड़ने से वह 45 फीट गहरी खाई में पलट गई। इस हादसे में 5 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 19 यात्री घायल हो गए, जिनमें 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में 54 यात्री सवार थे, जो हरदोई से लखनऊ लौट रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा गुरुवार शाम करीब 7 बजे बेता नाला पुल टिकैतगंज के पास लखनऊ-हरदोई हाईवे पर हुआ। सड़क निर्माण कार्य के दौरान टैंकर से पौधों पर पानी छिड़काव हो रहा था, लेकिन टैंकर पर रिफ्लेक्टर न होने और सड़क पर स्ट्रीट लाइट न जलने से अंधेरे में चालक को वह दिखाई नहीं दिया। टक्कर से बचने के प्रयास में बस ने 3-5 बाइक सवारों को भी चपेट में ले लिया, जो बस के नीचे दब गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई, चीख-पुकार सुनाई देने लगी। स्थानीय लोग और राहगीर तुरंत मदद के लिए दौड़े।
काकोरी पुलिस, दमकल विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य तेजी से शुरू किया। घायलों को निकालकर निकटतम अस्पतालों जैसे ट्रॉमा सेंटर और काकोरी सीएचसी में भेजा गया। मृतकों में बस सवार यात्री और बाइक सवार शामिल हैं, जिनकी पहचान अभी जारी है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, जिसमें बस की तेज रफ्तार, टैंकर की पार्किंग और सड़क निर्माण की लापरवाही पर फोकस है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को तत्काल राहत पहुंचाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करने और मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि प्रदान करने का ऐलान किया। पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है और आगे की जांच के लिए टीम गठित की गई है। यह हादसा सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, खासकर निर्माण क्षेत्रों में।