
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत चार हस्तियों—उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला, मीनाक्षी जैन और सी. सदानंदन मास्टर—को बधाई दी। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इनकी उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि इनका क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर योगदान संसद की कार्यवाही को समृद्ध करेगा। यह मनोनयन संविधान के अनुच्छेद 80(1)(क) के तहत रिक्त सीटों को भरने के लिए किया गया है।

उज्ज्वल निकम:
पीएम मोदी ने उज्ज्वल निकम को एक सफल वकील और संवैधानिक मूल्यों के प्रति समर्पित व्यक्ति बताया। निकम ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले और 1993 के बम विस्फोटों जैसे मामलों में सरकारी वकील के रूप में अहम भूमिका निभाई। 2024 में उन्हें भाजपा ने मुंबई उत्तर मध्य से लोकसभा उम्मीदवार बनाया था। मोदी ने कहा कि उनका अनुभव राज्यसभा में विधायी चर्चाओं को नई दिशा देगा।
हर्षवर्धन श्रृंगला:
पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला को पीएम ने श्रेष्ठ कूटनीतिज्ञ और रणनीतिक विचारक करार दिया। अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में राजदूत रह चुके श्रृंगला ने 2023 में भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए मुख्य समन्वयक के रूप में भी काम किया। मोदी ने कहा कि उनकी नियुक्ति विदेश नीति के दृष्टिकोण को संसद में और मजबूत करेगी।
सी. सदानंदन मास्टर:
केरल के शिक्षाविद् और समाजसेवी सी. सदानंदन मास्टर के साहस की प्रशंसा करते हुए पीएम ने कहा कि 1994 में माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके पैर काटे जाने के बावजूद उन्होंने शिक्षा और युवा सशक्तिकरण में योगदान जारी रखा। मोदी ने उन्हें अन्याय के खिलाफ न झुकने की मिसाल बताया।
मीनाक्षी जैन:
इतिहासकार मीनाक्षी जैन को कुशल शोधकर्ता बताते हुए पीएम ने कहा कि उनकी पुस्तकें और शोध भारतीय सांस्कृतिक विरासत को उजागर करते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर और पद्मश्री सम्मानित जैन की नियुक्ति से संसद में अकादमिक दृष्टिकोण को बल मिलेगा।
नामांकन का महत्व:
राष्ट्रपति ने कला, साहित्य, विज्ञान और समाजसेवा में विशिष्ट योगदान के आधार पर इन चारों को मनोनीत किया है। यह कदम संसद में विविध विशेषज्ञता को बढ़ावा देने और विधायी चर्चाओं को समृद्ध करने के लिए उठाया गया है।