प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में विपक्ष से एकजुट रहने का आह्वान किया, जब केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में सभी दलों को जानकारी दी। सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि विपक्ष को भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता के बारे में बताया गया, जिन्होंने पाकिस्तान में गहरे तक नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया। यह भारत के सबसे बड़े सीमा-पार सैन्य अभियानों में से एक था।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, जेपी नड्डा और निर्मला सीतारमण मौजूद थे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे, तृणमूल कांग्रेस से संदीप बनर्जी, डीएमके से टीआर बालू, समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव, आप से संजय सिंह, शिवसेना (यूबीटी) से संजय राउत, एनसीपी (एसपी) से सुप्रिया सुले, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी और बीजद के सस्मित पात्रा शामिल हुए।
2019 के बालाकोट हवाई हमलों के बाद के अपने रुख से अलग, इस बार विपक्ष ने भारतीय सेना की जमकर तारीफ की। सेना और वायुसेना ने बुधवार को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया। ये हमले पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए हमले के जवाब में थे, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
कांग्रेस कार्य समिति ने बुधवार को अपनी बैठक में एकजुटता का संदेश दिया और सरकार को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।