कन्नौज-कानपुर बाद लखनऊ में जीका वायरस की दस्तक, संक्रमण के दो मामले आए सामने
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को जीका वायरस से संक्रमित लोग पाए गए है। यूपी में कानपुर और कन्नौज के बाद अब राजधानी लखनऊ में भी जीका वायरस के दो मामले सामने आए है। इसकी पुष्टि महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. वेद व्रत सिंह ने की है। जिन दो लोगों में जीका वायरस संक्रमण पाया गया है, वे हुसैनगंज और कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी के रहने वाले हैं।
जीका वायरस की दस्तक देने के बाद लखनऊ सूबे के स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप देखने को मिल रहा है। जैसे कोरोना वायरस की दस्तक के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मची थी, उसी तरह से जीका वायरस की दस्तक के बाद भी देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि जिन दो लोगों में जीका वायरस संक्रमण पाया गया है, वह हुसैनगंज और कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी के रहने वाले हैं।
कानपुर में अब तक जीका वायरस के कुल 105 मरीज सामने आ चुके हैं। बुधवार को कानपुर में जीका वायरस के 16 और नए मरीज मिले हैं। उन 16 नए मरीजों में दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल है।
वहीं, हाल ही में उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में भी जीका वायरस का केस दर्ज किया गया था। जिस शख्स में जीका वायरस की पुष्टि हुई है, उसकी उम्र 45 साल है। वह शख्स कानपुर के शिवराजपुर इलाके के कासामऊ गांव में रुका हुआ था। इस मामले में कन्नौज के स्वास्थ्य विभाग ने 30 सैंपल जांच के लिए भेजे थे। जिसके बाद पीड़ित की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन काफी सतर्क हो गया है।
क्या है जीका वायरस?
जीका एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है जो एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं। ये वही मच्छर है जो डेंगू, चिकनगुनिया फैलाता है। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है।
क्या हैं इसके लक्षण?
जीका वायरस के कुछ खास लक्षण नहीं है। इसके लक्षण भी आमतौर पर डेंगू जैसे ही होते हैं जैसे बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द होना।