किसान महापंचायत: किसान नेता ने कहा- खेती बिकने की कगार पर
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रविवार को कृषि कानूनों के खिलाफ किसान महापंचायत हुई। इस किसान महापंचायत को संबोधित कर किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। टिकैत ने कहा, किसान आंदोलन तब तक चलेगा जब तक भारत सरकार चलवाएगी। जब तक वे बात नहीं मानेंगे आंदोलन चलता रहेगा। जब सरकार बातचीत करेगी तो हम करेंगे। देश में आज़ादी की लड़ाई 90 साल तक चली, यह आंदोलन कितने साल चलेगा हमें तो जानकारी नहीं है।
टिकैत ने कहा, मिशन यूपी नहीं देश बचाना है। किसानों की खेती बिकने की कगार पर है। हमारी जमीन गन्ने की बेल्ट है। इन्होंने कहा, हम गन्ने का 450 रु भाव देंगे। राकेश टिकैत ने कहा, जब पहले की सरकारों ने रेट बढ़ाए थे, तो योगी सरकार ने क्यों एक रुपया नहीं बढ़ाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे को बेच रही हैं। अगर रेलवे बिकी तो साढ़े चार लाख लोग बेरोजगार होंगे। टिकैत ने कहा, कर्मचारियों की पेंशन खत्म की जा रही है। लेकिन विधायकों और सांसदों को पेंशन दी जा रही है।
किसान नेता ने कहा कि तरह से सरकार चीजें बेच रही है, उसकी अनुमति उन्हें किसने दी। बिजली बेची जा रही है। सड़क बेचेंगे। एलआईसी भी बिकेगा। इनको खरीदने वाले अडानी और अंबानी हैं। FCI के गोदाम भी कंपनी को दे दिए। बंदरगाह भी बिक गए। इसका असर मछली पालन और नमक के किसान पर होगा। ये जल भी बेचेंगे। राकेश टिकैत ने कहा, भारत सरकार की पॉलिसी है कि भारत बिकाऊ है। अंबेडकर का संविधान खतरे में है।