एक बार फिर ऑटो इंडस्ट्री के बिगड़े हुए हालात , कारों की बिक्री 42% घटी…

भारत की सबसे बड़ी कंपनी ऑटो सेक्टर के हालत बिगड़ते हुए नज़र आ रहे हैं. देखा जाये तो पाकिस्तान में भी इसके हालात बिगड़ते हुए नज़र आ रहे हैं. खबरो के मुताबिक दुनिया के कई देशों में ऑटो सेक्टर की हालत खराब है. भारतीय बाजार में कारों की बिक्री में जहां लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, वहीं सरहद पार पाकिस्तान में भी कुछ ऐसे ही हालात है.

 

एक बार फिर ऑटो इंडस्ट्री के बिगड़े हुए हालात , कारों की बिक्री 42% घटी...

 

 

वहीं पाकिस्तान में कारों की बिक्री में जुलाई में 42 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है. इससे आर्थ‍िक रूप से खस्ताहाल हो चुके पाकिस्तान के ऑटो इंडस्ट्री की परेशानी बढ़ गई है.

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वित्त वर्ष 2019-20 (पाकिस्तान का वित्त वर्ष जुलाई से शुरू होता है) के पहले महीने में कारों के उत्पादन में 23 फीसदी और बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो क्रमश: 16,472 और 10,968 वाहनों की रही.

पाकिस्तानी न्यूजपेपर डॉन के अनुसार पाकिस्तान में अगस्त में भी वाहनों के उत्पादन और बिक्री में गिरावट रहने का अनुमान है, क्योंकि वहां ईद के अवसर पर चार दिन (12 से 17 अगस्त) की आधिकारिक छुट्टी थी, जिससे फैक्ट्रियों में कामकाज बंद रहा है.

दूसरी तरफ, भारतीय रुपये की तरह पाकिस्तानी रुपया भी डॉलर के खिलाफ लगातार कमजोर हो रहा है. इसके कारण वहां वाहनों की लागत बढ़ रही है, जिससे उसकी कीमतें बढ़ रही है. इसके अलावा वाहनों पर संघीय उत्पाद कर लगाने, करों की दरों में बढ़ोतरी और उच्च ब्याज दर के कारण लोग नए वाहन खरीदने से हिचक रहे हैं. इसका नतीजा यह है कि वाहन कंपनियां अपना उत्पादन रोकने को मजबूर हो रही हैं.

पाकिस्तान ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (पीएएमए) के आंकड़ों के मुताबिक, होंडा सिविक और सिटी के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 49 फीसदी और 68 फीसदी की गिरावट रही. इसी प्रकार से टोयोटा कोरोला के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 39 फीसदी और 57 फीसदी की गिरावट रही.

पाक सुजुकी मोटर कंपनी (पीएसएमसी) के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 28 फीसदी और 64 फीसदी की गिरावट रही. वहीं, पाक सुजुकी की वैगन आर कार के उत्पादन और बिक्री में जुलाई में क्रमश: 15 फीसदी और 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

दरसअल पाकिस्तान में जीप, वैन और हल्के व्यावसायिक वाहनों के खंड में जुलाई में 66 फीसदी की बिक्री दर्ज की गई. हालांकि बसों की बिक्री में सुधार हुआ और जुलाई में 7.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. दोपहिया वाहनों में सुजुकी और यामहा के वाहनों की बिक्री में क्रमश: 15 फीसदी और 16 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया.

 

 

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