हिन्दी भाषा को लेकर सामने आई रिपोर्ट, जानकर हर हिन्दुस्तानी को होगा गर्व

हिन्दी दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषानई दिल्ली: आज हिन्दुस्तान में भले ही लोग पढ़े लिखे लोगों के बीच हिन्दी भाषा का इस्तेमाल करने में झिझकते हों लेकिन 2015 में हुए सर्वे से मिले आंकड़े देखकर हर हिन्दुस्तानी को गर्व होगा.सामने आए आंकड़ों के अनुसार हिन्दी दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है. आज हिन्दी के भविष्य को लेकर हम भले चिंता करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि हिन्दी भाषा सरहद के पार पूरी दुनिया में तेज़ी से फ़ैल रही है, हिन्दी बोलने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

2005 तक 160 देशों में हिन्दी बोलने वालों की संख्या लगभग 1,10,29,96,447 थी. लेकिन 2015 में हुए एक सर्वे में पता चला है कि दुनिया के सभी 206 देशों में लगभग 1,30,00,00,000 (एक अरब तीस करोड़) लोग हिन्दी भाषा बोल रहे हैं, और यह आंकड़े बताते हैं कि अब हिन्दी बोलने वालों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा हो चुकी है.

हिन्दी दुनिया की सबसे लोकप्रिय भाषा बनी..

हिन्दी भाषा को लेकर दुनिया में बढ़ती लोकप्रियता के ये आंकड़े मुंबई विश्र्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय की किताब के जरिए सामने सामने आए हैं।

डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय अपनी पुस्तक “हिन्दी का विश्र्व संदर्भ” में सारणीबद्ध आंकड़े देते हुए कहते हैं कि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है. यहां के पेशेवर युवा दुनिया के सभी देशों में पहुंच रहे हैं और दुनिया भर की बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत में निवेश के लिए आ रही हैं. इसलिए एक तरफ हिन्दीभाषी दुनिया भर में फैल रहे हैं, तो दूसरी ओर बहुराष्ट्रीय कंपनियों को अपना व्यवसाय चलाने के लिए अपने कर्मचारियों को हिन्दी सिखानी पड़ रही है. तेजी से हिन्दी सीखने वाले देशों में चीन सबसे आगे है.

हिन्दी  भाषा की लोकप्रियता को देखते हुए चीन के 20 विश्र्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जा रही है. साथ ही चीन अपने 10 लाख सैनिकों को भी हिन्दी सिखा रखी है. आंकड़े इसी तरह बढ़ते रहे तो हिन्दी पढ़ाने वाले विश्र्वविद्यालयों की संख्या 2020 तक 50 के करीब हो जाएगी.

देश में लगभग 78 प्रतिशत लोग बोलते हैं हिन्दी..

डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय ने अपनी पुस्तक में दिए आंकड़ों में डॉ. जयंतीप्रसाद नौटियाल द्वारा 2012 में किए गए शोध अध्ययन के अलावा, 1999 की जनगणना, द वर्ल्ड आल्मेनक एंड बुक ऑफ फैक्ट्स, न्यूज पेपर एंटरप्राइजेज एसोसिएशन अंक, न्यूयार्क और मनोरमा इयर बुक इत्यादि को आधार बनाया है.

हिन्दी के बाद चीन की मंदारिन दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है. लेकिन भारत में हिन्दी बोलने वालों की संख्या से चीन में ही मंदारिन बोलने वालों की संख्या काफी कम है. वैसे हिन्दी अब दुनिया भर में बोली जा रही है।

हिन्दी दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है..

एक रिपोर्ट के अनुसार चीन के करीब 70 फीसद लोग ही मंदारिन बोलते हैं. जबकि भारत में हिन्दी बोलने वालों की संख्या करीब 78 फीसद है.

दुनिया में 64 करोड़ लोगों की मातृभाषा हिन्दी है. जबकि 20 करोड़ लोगों की दूसरी भाषा, एवं 44 करोड़ लोगों की तीसरी, चौथी या पांचवीं भाषा हिन्दी है.

भारत के अलावा मॉरीशस, सूरीनाम, फिजी, गयाना, ट्रिनिडाड और टोबैगो आदि देशों में हिन्दी बहुप्रयुक्त भाषा है.

भारत के बाहर फिजी ऐसा देश है, जहां हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है.

हिन्दी को वहां की संसद में प्रयुक्त करने की मान्यता प्राप्त है. मॉरीशस में तो बाकायदा “विश्र्व हिन्दी सचिवालय” की स्थापना हुई है, जिसका उद्देश्य ही हिन्दी को विश्र्वस्तर पर प्रतिष्ठित करना है।

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