बॉलिवुड की ‘क्वीन’ का शबाना आजमी पर हमला…

कंगना रनौट का कहना है कि शबाना आज़मी जैसे लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे गिरोह को बढ़ावा देते हैं।

कंगना रनौत का शबाना आजमी पर हमला...

पूरा देश इस समय गमगीन है। पुलवामा में हमारे देश के कई जवान शहीद हो गए हैं। उन पर आतंकियों ने हमला कर दिया है। क्रिकेट खिलाड़ी, फिल्म और टीवी अभिनेता सहित तमाम लोगों ने इस हमले की निंदा की है और हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।
जावेद अख्तर और शबाना आज़मी पाकिस्तान स्थित कराची जाने वाले थे, लेकिन इस घटना के बाद उन्होंने कराची की अपनी यात्रा रद्द कर दी है। कराची कला परिषद द्वारा शबाना के पिता स्वर्गीय कैफ़ी आज़मी के लेखन का जश्न मनाने के लिए दो दिवसीय साहित्य सम्मेलन के लिए शबाना और जावेद को आमंत्रित किया गया था।
हिंदी फिल्मों में कुछ अरसे पहले पाकिस्तानी कलाकार अभिनय और संगीत के क्षेत्र में सक्रिय थे, हालांकि कुछ लोग उनका विरोध करते थे। उरी हमले के बाद एक तरह से पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा दिया। शबाना को यह कभी मंजूर नहीं रहा, लेकिन पुलवामा में हुई घटना के बाद उनके विचारों में भी परिवर्तन हुआ है और वे भी मानने लगी है कि कलाकारों का आदान-प्रदान अब बंद होना चाहिए।
शबाना के कराची न जाने से और विचारों में परिवर्तन से कंगना खास प्रभावित नहीं हुई हैं। वे तो सीधी बात करने के लिए जानी जाती हैं। एक वेबसाइट से बात करते हुए कंगना ने कहा, शबाना आज़मी जैसे लोग सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर अब रोक लगाने के लिए कहते हैं। ये
वे लोग हैं जो भारत तेरे टुकड़े होंगे गिरोह को बढ़ावा देते हैं।
कंगना ने सवाल उठाया है कि शबाना और जावेद ने पहले कराची में एक कार्यक्रम का आयोजन क्यों किया था जब पाकिस्तानी कलाकारों को उरी हमलों के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था? अब वे चेहरा बचाने की कोशिश कर रहे हैं? कंगना ने शबाना आज़मी को राष्ट्रविरोधी भी कहा।
कंगना के अनुसार फिल्म उद्योग ऐसे राष्ट्रविरोधियों से भरा हुआ है, जो दुश्मनों के मनोबल को कई तरीकों से बढ़ाते हैं, लेकिन अब निर्णायक कार्यों पर ध्यान देने का समय है। पाकिस्तान पर बैन लगाने की बजाय पाकिस्तान के विनाश पर फोकस करना चाहिए।
https://www.youtube.com/watch?v=ofnKP4y9Lz4
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