स्कूली वाहनों में बच्चों का सफर बना मुसीबतों का सबब, कई हादसों के बाद प्रशासन अंजान  

रिपोर्ट- संजय पुण्डीर

हरिद्वार । स्कूली वाहनों में बच्चों का सफर जोखिम भरा है। ऑटो रिक्शा व सामान्य रिक्शा हों या वैन सभी में बच्चे ठूंस-ठूंस कर भरे जा रहे हैं। आपके लाड़ले जो पढ़ने जा रहे हैं चंद दूरी का उनका सफर सुरक्षित नहीं है। स्कूलों का प्रबंधतंत्र लापरवाह है और प्रशासन अंजान बना रहता है।

हरिद्वार

लिहाजा जान खतरे में डालकर यह सफर खूब चल रहा है। कई हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन इनसे कोई सबक नहीं लेता। ऐसा ही एक मामला आज हरिद्वार  में भी ओवरलोडिंग का नजारा शहर के  स्कूलों के रास्तों में देखा गया। ऑटो या फिर वैन सभी बच्चे ठूस के भरे थे।

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बच्चों की सुरक्षित सफर की चिंता  न तो अभिभावकों को है और न ही प्रशासन व स्कूलों को। जब एक स्कूल वाहन को हमारे संवाददाता ने देखा जो डीपीसी रानीपुर स्कूल के 15 बच्चों से से भरा हुआ था जबकि उस स्कूल वैन में मात्र 5 लोगो के बैठने की परमिशन थी जिसमे 15 बच्चो को जबरदस्ती ठूस ठूस कर भर हुआ था वही मोके पर सीपीयू के द्वारा वाहन चालक का चलन कराया गया !  और उसके लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए भी लिखा गया।

 

 

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