चाचा शिवपाल ने रचा चक्रव्यूह, अखिलेश का भविष्य लगा दांव पर

शिवपाललखनऊ। समाजवादी पार्टी की अंदरूनी लड़ाई खुलकर सामने आने के बाद शुरू हुई चाचा-भतीजे की लड़ार्इ में अभी और भी ट्विस्ट आने बाकी हैं। शिवपाल खेमे से जुड़े नेताओं की माने तो चाचा शिवपाल ने अभी हार नही मानी है, वह सोमवार अपने समर्थित विधायकों के साथ राज्यपाल राम नाईक से मिल सकते हैं।

शिवपाल का चक्रव्यूह

खबर के मुताबिक शिवपाल यादव आज कुछ विधायकों के साथ राज्यपाल से मिल सकते हैं। उनके साथ ओम प्रकाश सिंह, नारद राय सहित कई विधायकों भी मौजूद रह सकते है। शिवपाल एक तरफ जहां राज्यपाल राम नाइक से मिलकर अखिलेश खेमे पर दबाव बनाएंगे वहीं दूसरी ओर मुलायम सिंह चुनाव आयोग में भी अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए पहले ही दिल्ली रवाना हो चुके हैं ताकि साइकिल चुनाव चिन्ह उनके खेमे के पास ही रहे।

मालूम हो कि मुलायम सिंह ने रामगोपाल यादव द्वारा बुलाए गए रविवार के अधिवेशन को पहले ही अंसवैधानिक घोषित कर दिया हैं। पार्टी संविधान का हवाला देकर वह कह चुके हैं कि रामगोपाल को नहीं अध्यक्ष को अधिवेशन बुलाने का अधिकार है।

खबर की मानें तो, रामगोपाल और अखिलेश यादव के निष्कासन खत्म करने का ऐलान तो कर दिया लेकिन इस फैसले से संबंधित लिखित आदेश जारी नहीं किया। इस आधार पर मुलायम को यह कहने का अधिकार मिल गया कि पहले से ही रामगोपाल निष्कासित हैं और अचानक संसदीय बोर्ड की बैठक में इस निर्णय की पुष्टि करवा ली।वहीं यह बात भी मुलायम के हक में जाती है कि अधिवेशन तो केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बुला सकता है।

माना जा रहा है कि शिवपाल कुछ विधायक लेकर राजभवन जा सकते हैं और अखिलेश यादव को सदन में बहुमत साबित करने की चुनौती दे सकते हैं। हालांकि अभी ज्‍यादा कुछ कहना जल्‍दबाजी होगी फिर भी अखिलेश यादव के लिए यह राह किसी कांटो के सफर से कम नही होगी। अब ये समय ही बताएगा कि चाचा के चक्रव्यूह से बचने के लिए अखिलेश कौन सी नई रणनीति बनाते हैं।

 

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