शर्मनाक: बेटी को ढूढ़ने के लिए डीजल के नाम पर पुलिस ने वृद्धा से मांगे रुपये, भीख मांग कर लाचार ने जुटाए पैसे

कानपुर की पुलिस ने एक मां की लाचारी का फायदा उठाया। एक गरीब दिव्यांग वृद्धा से वसूली के आरोप में बीते दिन यानी मंगलवार को सनिगवां चौकी प्रभारी राजपाल सिंह व जांच अधिकारी अरुण कुमार को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस के द्वारा प्ररंभिक जांच में दोषी करार उपर्युक्त चौकी प्रभारी समेत उनके साथ पर डीआईजी ने कार्रवाई की।

कानपुर पुलिस पर आरोप है कि उसने एक गरीब मां की लाचारी का फायदा उठा उससे खूब पैसे वसूले। दरअसल, सनिगवां निवासी वृद्धा की किशोर बेटी बीते 7 जनवरी को लापता हो गई थी। जिसके बाद वृद्धा ने स्थानीय पुलिस को इस मामले की जानकारी दी और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत 5 नामजद और लआज्ञात लोगों के खिलाफ थी। वृद्धा ने चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह और अरुण कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बेटी को ढूंढ़ने के लिए गाड़ी में डीजल डलवाने के नाम पर करीब 12 हजार रुपये अैठे।

लेकिन जब वृद्धा ने अपनी मजबूरी और असहाय अवस्था के बारे में बताया तब भी इन पुलिस कर्मियों को दया नहीं आई। पैसे की भूख के कारण वृद्धा को भीग मांगना पड़ा। इस तरह वृद्धा ने बेटी के लिए भीग मांग पैसे जुटाए लेकिन बावजूद इसके पुलिस वृद्धा को उसकी बेटी नहीं ढूंढ़ सकी। चौकी इंचार्ज के रवैये को देख वृद्धा ने डीआईजी से शिकायत की। जिसके बाद डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया था। वहीं जांच में आरोपी पाये जाने पर उन्होंने तत्काल चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया।

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