महाराष्ट्र: महिला को ‘काला जादू’ के संदेह में लोहे की गर्म छड़ों से पीटा गया, पेशाब पीने पर किया गया मजबूर

गांव वालों ने उसे पेशाब पीने और कुत्ते का मल खाने के लिए मजबूर किया और उसके बाद उसके गले में जूते की माला पहनाकर उसे घुमाया।

महाराष्ट्र के अमरावती जिले के एक गांव के निवासियों ने काला जादू करने के संदेह में 77 वर्षीय एक महिला की कथित तौर पर पिटाई की, उसे मूत्र पीने के लिए मजबूर किया और उसे गर्म लोहे की छड़ से दागा।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि यह घटना 30 दिसंबर को हुई थी, लेकिन पुलिस में शिकायत इस महीने की शुरुआत में ही दर्ज की गई। इसके अलावा, पीड़िता के बेटे और बहू ने शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया और इस मामले में कार्रवाई की मांग की।

एक अधिकारी ने बताया कि बुजुर्ग महिला चिखलदरा तालुका के रेत्याखेड़ा गांव की निवासी है।

पीड़िता के बेटे और बहू ने भी जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को शिकायत लिखकर आरोप लगाया कि 30 दिसंबर को वह घर पर अकेली थी, जब उसके पड़ोसियों ने उसे इस संदेह के चलते पकड़ लिया कि महिला काला जादू करती है।

लाठी, लोहे की छड़, चप्पल की माला

गांववालों ने उसे पकड़ लिया और कथित तौर पर 77 वर्षीय महिला को लकड़ी के डंडे से पीटा और थप्पड़ मारे। शिकायतकर्ताओं ने आगे आरोप लगाया कि उन्होंने पीड़िता के हाथ और पैर गर्म लोहे की छड़ों से दागे।

शिकायत में कहा गया है कि मारपीट के अलावा महिला को पेशाब पीने और कुत्ते का मल खाने के लिए भी मजबूर किया गया। इसके बाद गांव वालों ने कथित तौर पर उसके गले में चप्पलों की माला पहनाकर उसे घुमाया।

पीड़िता के बेटे और बहू उस समय काम पर गए हुए थे और उन्हें घटना के बारे में 5 जनवरी को पता चला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अमरावती के पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने पीटीआई को बताया कि घटना गंभीर है और उन्होंने शुक्रवार को शिकायतकर्ताओं से बात की।

रिपोर्ट में बताया गया है कि गांव में इस घटना की पुष्टि के लिए एक पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। यह गांव जंगल के अंदरूनी इलाके में स्थित है। रिपोर्ट के अनुसार, इसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। आनंद ने कहा कि इस बात की भी जांच की जाएगी कि संबंधित पुलिस थाने, जहां शिकायत दर्ज कराई गई थी, ने घटना को छिपाने की कोशिश तो नहीं की। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की चूक होने पर कार्रवाई की जाएगी।

पिछले सप्ताह एक स्वयंभू बाबा को ठाणे से गिरफ्तार किया गया था, जिस पर आरोप है कि उसने एक महिला से उसके परिवार को ‘काले जादू के अभिशाप’ से ‘मुक्त’ करने के लिए शव लाने को कहा था और उससे 8.87 लाख रुपये की ठगी की थी।

शिकायतकर्ता धोखाधड़ी का शिकार हो गई थी, क्योंकि उसे तथाकथित ‘हजरत बाबा’ ने विश्वास दिलाया था कि वह उसके पति की मदद कर सकता है, जो 2023 से बीमार है। जालसाज ने अक्टूबर 2023 में उससे संपर्क किया था, जिसके बाद उसने उसे विश्वास दिलाया कि किसी ने उसके पति और बेटे पर काला जादू कर दिया है, और कुछ अनुष्ठान करने की पेशकश की, जिसके बिना वह उन्हें नहीं बचा पाएगी।

बाबा द्वारा ठगे जाने के बाद उसने शांति नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत ही ठग का पता लगाया और उसे पकड़ लिया।

भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) और 316(2) (आपराधिक विश्वासघात) के साथ-साथ महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, बुराई और अघोरी प्रथाओं और काला जादू अधिनियम, 2013 की रोकथाम और उन्मूलन की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

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