वक्त रहते इस बड़ी बीमारी को मात दे सकता हैं दालचीनी

डायबिटीज को काबू में रखने के लिए दालचीनी के मुफीद होने की जानकारी में और इजाफा हुआ है. विशेषज्ञों के मुताबिक प्री डायबिटीज के दौर में अगर आप हैं तो दालचीनी का इस्तेमाल बढ़ा दें. इसके इस्तेमाल से खुद को डायबिटीज की बीमारी को वक्त रहते दूर कर सकते हैं.

दालचीनी प्री डायबिटीज में भी मुफीद

आधुनिक चिकित्सा में भी दालचीनी के सफूफ से होनेवाले फायदे को स्वीकार किया गया है. कम मात्रा में सफूफ का इस्तेमाल कर खून में शुगर लेवल को काबू में रखा जा सकता है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप डायबिटीज के करीब हैं तब भी दालचीनी का इस्तेमाल रोग को दूर कर सकता है. ये बिल्कुल नया शोध जर्नल ऑफ एंडोकराइन (Endocrin) सोसाइटी में प्रकाशित हुआ है.

गौरतलब है कि दुनिया की बड़ी आबादी टाइप 2 डायबिटीज का शिकार है. इसका मतलब ये है कि बहुत बड़ी आबादी धीरे-धीरे डायबिटीज की तरफ बढ़ रही है और इसी दौरान दालचीनी अपना असर दिखा सकती है. इस सिलसिले में बोस्टन के जोसलिन डायबिटीक सेंटर के विशेषज्ञ डॉक्टर गैलियो रोमियो और उनकी टीम ने ऐसे स्वयंसेवकों का इस्तेमाल किया जो बहुत तेजी से डायबिटीज की तरफ बढ़ रहे थे और आज नहीं तो कल बीमारी के चंगुल में आना तय था. विशेषज्ञों ने प्री डायबिटीज की स्थिति के दर्जनों लोगों को 12 हफ्ते तक दालचीनी के सप्लीमेंट्स दिए. उसका नतीजा ये निकला कि ऐसे मरीजों के खून में शुगर लेवल धीरे-धीरे नीचे आना शुरू हो गया और इस तरह शुगर का रोग उनसे दूर होता गया.

शोध में सामने आए हैरतअंगेज फायदे

उन्होंने सर्वे के दौरान कुल 51 लोगों को दो ग्रुप में बांटा था. उनमें से एक ग्रुप को रोजाना 500 मिलीग्राम दालचीनी के कैप्सूल दिन में तीन बार खिलाए गए और बाकी को प्लेसबो दी गई. अब 12 हफ्तों बाद पचा चला कि जिन स्वयंसेवकों ने दालचीनी इस्तेमाल किया उनमें फास्टिंग ग्लूकोज का असंतुलन खत्म हो गया और कार्बोहाइड्रेट्स खाने की सूरत में शरीर की प्रतिक्रिया भी बेहतर होने लगी. गौरतलब है कि शरीर अगर कार्बोहाइड्रेट्स के साथ प्रतिक्रिया में गड़बड़ी करने लगे तो उसे डायबिटीज का पहला लक्षण समझा जाता है. इसलिए विशेषज्ञ खाने पर दालचीनी छिड़कने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि दालचीनी का कहवा भी इस सिलसिले में बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है.

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