राहुल और अखिलेश का हुआ पुनर्जन्म, पहले थे भाई, लखनऊ में मिली ‘मां’ !

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का संयुक्त रोड शो जब लखनऊ की गलियों से गुजरा तो नजारा देखने लायक था। हर तरफ अखिलेश और राहुल की जय-जयकार हो रही थी। इसी बीच रोड शो अमीनाबाद की गलियों से गुजरा तो एक बूढ़ी औरत को करण-अर्जुन याद आ गए। दोनों को देखते ही एक 81 वर्षीय महिला अपनी बालकनी से चिल्लाई, ‘मेरे करण-अर्जुन आ गए।’

अमीनाबाद, मौलवीगंज, राकबगंज, नादन महल रोड, नखास और खुन-खुन जी की हर क्रॉसिंग, हर मोड़ पर दोनों पार्टियों के सैकड़ों समर्थक पार्टी के झंडे लेकर खड़े थे। दोनों की एक झलक देखने के लिए यहां के लोग अपनी-अपनी बालकनी में बैठकर इंतजार कर रहे थे।

30 वर्षों से पार्टी से जुड़े ऐशबाग के एक कांग्रेस कार्यकर्ता टोनी गांधी ने दोनों को देखते ही कहा, ‘यह एक और एक ग्यारह की जोड़ी है (यह जीत का कॉम्बिनेशन है)’। अखिलेश और राहुल गांधी, दोनों शाम 3 बजे पहुंचे और समय से घंटेभर बाद विजय रथ पर सवार हुए। टोनी गांधी दिव्यांग हैं। उन्होंने अपने स्कूटर को दोनों पार्टियों की प्रचार-गाड़ी में तब्दील कर दिया था। पिछली सीट पर बैठे उनके दोस्त अनोखे लाल दोनों पार्टियों के झंडे लहरा रहे थे।

अखिलेश और राहुल को देखते ही जगह-जगह हवा में नारे गूंजने लगे। कोई कहता, ‘जय मुलायम जय अखिलेश’, तो कोई कहता, ‘नो केन्फ्यूजन नो मिस्टेक, जय अखिलेश जय अखिलेश।’ कहीं यह आवाज आ रही थी, ‘विकास के गुल, अखिलेश और राहुल’, तो कहीं नारे लगाए जा रहे थे, ‘यह साथ हमें भा गया, राहुल तू जो यहां आ गया।’

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