अयोध्या में राम मंदिर नहीं, बनेगा राम-रहीम अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय!

राम मंदिरलखनऊ। पिछड़ा वर्ग महापंचायत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिव मोहन शिल्पकार ने यहां रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं, राम रहीम अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाए, क्योंकि देश व प्रदेश का विकास हिंदुत्व से नहीं, सांप्रदायिक समरसता से होगा।

पार्टी की बैठक में उन्होंने कहा, “विकास व उत्थान के लिए विकासपरक योजनाओं को जमीन पर उतारने के साथ वंचित वर्गो व पिछड़ों को सामाजिक न्याय देकर विकास की मुख्यधारा से जोड़ना होगा। जो लोग हिंदुत्व को हवा दे रहे हैं, वे हमें राह से भटका रहे हैं, ताकि हम कमजोर पड़ जाएं और वे हम पर राज करते रहें।”

शिल्पकार ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, विवादों का दौर शुरू हो गया है। राम मंदिर का निर्माण, बूचड़खाना बंदी और एंटी-रोमियो स्क्वैड के नाम पर विवाद पैदा किया जा रहा है, ताकि जिन मुद्दों के नाम पर वोट मांगा गया था, उन पर किसी का ध्यान न जाए।

शिल्पकार ने सवाल उठाया कि क्या उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा को इन्हीं मुद्दों के नाम पर वोट दिया था? भाजपा के पास सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक मुद्दों पर कोई नीतिगत योजना नहीं है क्या? अगर है, तो उन पर काम करे, अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर झूठा बवाल खड़ा न कर सांप्रदायिक समरसता की स्थापना के लिए राम रहीम अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाए।

बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग का मत प्राप्त कर सत्ता में आई भाजपा इन वर्गो के बारे में सोचना तो दूर, दूर-दूर तक सुनना भी पसंद नहीं करती। पिछड़ों का वोट लेकर उनको दरकिनार कर दिया और देखिए किसको मुख्यमंत्री बना दिया।”

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