मेरठ पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन क्लास ठगी के मामले में ये बड़ी सफलता की हासिल…

मेरठ पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन क्लास ठगी के मामले में एक बड़ी सफलता हासिल की है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कार्यरत एक नामी आइ.ए.एस. कोचिंग संस्थान के प्रबंधक ने 16 अक्‍टूबर को दर्ज कराई थी शि‍कायत।  

यह है मामला

दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कार्यरत एक नामी आइ.ए.एस. कोचिंग संस्थान के प्रबंधक ने, जो कोरोना लॉकडाउन के कारण मेरठ में अपने घर से ही संस्थान की ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर रहे थे, 16 अक्तूबर को मेरठ पुलिस के पास लिखित शिकायत दर्ज की थी कि टेलीग्राम पर एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो उनके संस्थान के ऑनलाइन कोर्स के वीडियो चुराकर अवैध रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में आइएएस व आइपीएस, पीसीएस की तैयारी करने वाले छात्रों को क्लास बेचता व शेयर करता है जिससे संस्था में कार्यरत अध्यापकों तथा स्टाफ की आजीविका खतरे में पड़ गई है। जब शिकायतकर्ता ने स्वयं ग्राहक बनकर उस गैंग से बात की तो दो ठगों ने पेमेंट के लिये अपना यूपीआइ नंबर दिया और क्लास बेचने के लिए अपने अकाउंट में पैसे डलवा लिए, मेरठ पुलिस की साइबर सेल को जांच में पता चला कि इस प्रकार क्लास हक कर ठगी करने वाला एक ही शख्स है जिसका नाम मुरारीलाल पुत्र बारूमल गर्ग है जो हिसार, हरियाणा का है, वह अलग-अलग फेक टेलीग्राम एकाउंट्स (जैसे जतिन, शुभम बंसल, सौरव पाल, हरीश, गवर्नमेंट जॉब मेरा सपना) के माध्यम से सक्रिय है और इस गैंग का मुख्य कर्ता-धर्ता है। वह गूगल ड्राइव और पेन ड्राइव जैसे साधनों से कक्षाओं के वीडियो बेचने व शेयर करने में सक्रिय था। जब साइबर सेल टीम पुलिस के साथ उसके घर पर दबिश दी तो वह मौके से फरार हो गया। अब साइबर क्राइम ब्रांच उन सभी एकाउंट्स की भी जांच कर रही है, जिनसे मुरारीलाल के यूपीआई एकाउंट में पैसा जमा कराया गया है।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला की मुरारीलाल के अकाउंट में लाखों रुपए का लेनदेन हुआ है, मुरारीलाल पर दिल्ली व पंजाब में भी ठगी व धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज है एवं झांसी के रहने वाला एक व्यक्ति भी अनुज वर्मा के नाम से ऑनलाइन ठगी में सक्रिय था। जिसको सर्विलांस सेल टीम द्वारा गिरफ्तार करने पर जानकारी मिली कि उसका असली नाम अनुपम श्रीवास्तव है । पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और इस मामले में सरकारी गवाह बन गया । उसने भी बताया कि इस पूरे कारोबार का सूत्रधार मुरारीलाल ही है जो जतिन और कहीं अन्य नामों से भी सक्रिय है।

जांच में पता चला है कि इस गैंग के कई ठग गोंडा, बस्ती, पटना, दिल्ली और जयपुर में भी सक्रिय हैं। एसएसपी मेरठ ने साइबर सेल की एक स्पेशल टीम इस मामले में जाच हेतु गठित की है जो अन्य राज्यों की पुलिस टीम के सहयोग से कार्रवाई करेगी। हिसार के न्यू मॉडल टाउन निवासी मुरारीलाल पुत्र बारूमल गर्ग के खिलाफ धोकाधड़ॊ, कॉपीराइट एक्ट और आईटी एक्ट के तहत नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ठगी के मास्टर माइंड अभियुक्त मुरारी लाल पर 25 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। ऑनलाईन क्लास हैकिंग करने वाले इस गैंग मै सामिल बाकी बदमाशों को भी जल्दी गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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