MCD के बाद केजरीवाल हार गए जिंदगी का सबसे बड़ा दांव, चुनाव आयोग के इस झटके से लग जाएगा सदमा!
नई दिल्ली| EVM मामले पर जारी सियासी घमासान के बीच चुनाव आयोग ने काँटा बदला है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा है कि जल्द ही चुनाव आयोग सभी राजनैतिक दलों की मीटिंग करेगा। इस मीटिंग में ये बताया जाएगा कि EVM किस तरह से सुरक्षित है और इसे हैक नहीं किया जा सकता।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने लिया फैसला
https://twitter.com/ANI_news/status/858303637889597440
दरअसल, यूपी चुनाव में हार के बाद मायावती और दिल्ली एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने EVM की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। जिसके बाद चुनाव आयोग हरकत में आया है। मुख्य चुनाव आयुक्त की इस बात से साफ़ है कि चुनाव आयोग EVM को लेकर किसी भी तरह की शिकायत को ज्यादा तवज्जो नहीं देगा।
इससे पहले, आयुक्त ओ.पी. रावत ने इस कारण मुख्य चुनाव आयुक्त से अपील की थी कि केजरीवाल के किसी भी मामले से उन्हें दूर रखा जाए। इस बाबत रावत ने मुख्य चुनाव आयुक्त एसएनए जैदी को लिखित सूचना भी दी थी।
बता दें, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में ये टिप्पणी की थी कि चुनाव आयोग पर उनका विश्वास नहीं है, क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी के साथ गुजरात में काम किया था।
लिहाजा उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता कि वो हमारी शिकायतों पर निष्पक्ष रहेंगे। इसके बाद ओ.पी. रावत ने ये कहते हुए खुद को आम आदमी पार्टी से जुड़े मामलों की सुनवाई से अलग करने की इच्छा जताई, ताकि केजरीवाल और आम जनता का आयोग में विश्वास बना रहे।
बहरहाल, आयोग के पास आम आदमी पार्टी के कई मामले विचाराधीन हैं। उनमें सबसे ताजा तो ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर है वहीं आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों के लाभ का पद पर होने का मामला भी काफी अहम है।