भारत में आतंकियों को फंडिंग करने वाला शख्स कुवैत में गिरफ्तार
दिल्ली। भारत को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कुवैत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो भारत में आतंक फैलाने के लिए आईएसआईएस को फंडिंग कर रहा था।
कुवैत एथॉरिटीज ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अब्दुल्ला हदी अब्दुल रेहमान अल एनजी नामक आरोपी शख्स ने बताया कि 2013 में पाकिस्तान से वापस आने के बाद से वह आतंकी संगठनों का समर्थन कर रहा है और आतंकवाद को फाइनेंस करने में भी शामिल रहा है।
भारत में दहशतगर्दी फैलाने की थी साजिश
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कुवैत सरकार को इस संबंध में जानकारी दी थी, जिसके बाद एनजी को अरेस्ट करके पूछताछ की गई। कुवैत सरकार ने बताया कि अल एनजी ने पैसे भेजने और आतंकी गतिविधियों में वित्तीय मदद करने की बात स्वीकार कर ली है।
Kuwaiti authorities have registered a case against him and arrested him on these charges.
— ANI (@ANI) August 6, 2016
कुवैत निवासी अल एनजी पर भारत में चार लड़कों को एक हजार डॉलर भेजने का आरोप है। चारों लड़कों में महाराष्ट्र के पनवेल का रहने वाले अरीब मजीद भी शामिल है, जिसने मई 2014 में आईएसआईएस ज्वाइन किया था, बाद में कुछ महीनों बाद भारत लौट आया था। अरीब 24 मई को अपने चार दोस्तों के साथ मुंबई से छोड़कर गया था और नवंबर में वापस आ गया था। तब से वह पुलिस कस्टडी में हैं और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
पूछताछ के दौरान मजीद ने जांचकर्ताओं को बताया कि जब वह और अन्य तीन आईएसआईएस समर्थक 2014 में इराक में थे। तब उसने हैंडलर से कहा था कि उसे सीरिया जाने के लिए कुछ पैसे चाहिए, जिसके बाद अल एनजी ने कुवैत से उन्हें एक हजार डॉलर भेजे थे।