बुढ़ापे को कहना है अलविदा तो जवानी में करें ये ख़ास काम…

बढ़ती उम्रबढ़ती उम्र सभी को खटकती है। इसी पशोपेश में लोग जवान बने रहने के लिए क्या-क्या नहीं करते हैं। कुछ लोग महंगे कॉस्मेटिक्स का प्रयोग करते हैं तो कुछ लोग तरह तरह के लेप और क्रीम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इन कैमिकल युक्त उत्पादों से आपकी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचता है जिसके कारण आपकी उम्र समय से पहले ही ढ़लती हुई नजर आती है।

विशेषज्ञों की माने तो हमारी उम्र पर हमारे खान पान का असली असर होता है, कॉस्मेटिक्स का नहीं। इसलिए हमेशा जवान बने रहने के लिए आयुर्वेद में अनेक जड़ीबूटियां हैं जिनके उपयोग से आप अपना बुढ़ापा दूर कर सकते हैं।

सुबह खाली पेट हरड़ खाएं। शाम को दूध जरुर पीएं। रोजाना हरड़ लेते रहने से आंवले का प्रयोग करते रहने से, दूध घी लेते रहने से, आंवले का प्रयोग करते रहने से भी बुढ़ापा सताएगा नहीं और यौवन हमेशा बना रहेगा।

वृद्धों को शक्ति वर्धक चीजें जैसे बादाम किशमिश, सेब, अमरूद, केला, टमाटर लौंग, मुनक्का, आवंला, संतरा, छुआरे, खजूर, अंजीर, अखरोट, घी, दूध, आदि का यथासंभव सेवन करना चाहिए।

रोजाना त्रिफला का सेवन मौसम अनुसार आयुर्वेदिक विधि से करें।

ऐन्द्री, ब्राह्मी, आरकाकोली, क्षारपुष्पी, मण्डी, महामुण्डी, शतावरी, विदारीकंद, जीवन्ती, पुनर्नवा, नागबला, शालपर्णी, वचा, छत्रा अतिछत्रा, मेदा, महामेदा और जीवनीय द्रव्यों को दूध के साथ छ: महीने तक सेवन करने से उम्र लंबी होती है और बुढ़ापे के रोग शरीर से दूर रहते हैं।

ऐसा आहार करना चाहिए जो मीठा व रस युक्त हो। सुबह दूध, दिन के खाने में दाल, चौकर युक्त रोटी, गाय के दूध से लें। रात में गाय के दूध का सेवन करें।

भृंगराजचूर्ण 1 भाग, आमल की चूर्ण आधा भाग, तिल आधा भाग, इन तीनों को मिलाकर इनमें गुड़ मिलाकर इसका सेवन 10 से 12 ग्राम मात्रा में करें। इस आयुर्वेदिक योग का सेवन बूढ़े को भी जवान बना देगा।

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