प्रदर्शन के दौरान तीन गांड़िया तेजी से आई और लोगों को कुचलकर चली गई, मृतक किसान के बेटे ने सुनाई आपबीती

लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा के बाद यूपी की राजनीति गर्म है। तमाम विपक्षी दल लखीमपुर पहुंच की कोशिश कर रहे है। लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें रोका जा रहा है। बता दें कि लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान प्रदर्शन के दौरान चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने उन किसानों पर कार चढ़ाई थी। वहीं अब इस मामले को लेकर योगी सरकार ने ऐलान किया है कि हादसे मृतकों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी।

इसी बीच हिंसा में मारे गए किसान के बेटे ने घटना पर पूरी आपबीती सुनाई है। दरअसल, इस हिंसा में लखीमपुर खीरी में बहराइच के दो किसानों की मौत है। किसानों की मौत के बाद उनके घरों में मातम पसरा है। गुरविंदर सिंह के घर पर उनके चचेरे भाई व उनकी मौसी समेत पूरे परिवार ने घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। जबकि दूसरे मृतक किसान के दलजीत सिंह के बेटे और उनकी चाची ने भी इंसाफ की गुराह लगाई है। बता दें कि 15 वर्षीय बेटे के सामने ही पिता दलजीत ने दम तोड़ा है। प्रदर्शन के दौरान दलजीत को गाड़ी के नीचे कुचल दिया गया। जिससे उनकी मौत हो गई।

वहीं, मृतक दलजीत सिंह के बेटे राजदीप ने कल की घटना में कई चौंकाने वाली बताई हैं। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, वह अपने पिता के साथ कल तिकुनिया में आंदोलन में शामिल होने के लिए गया था। उसके मुताबिक नानपारा से 20-30 लोग मोटरसाइकिल से आंदोलन में शामिल होने गए थे, जब किसान वहां थे, उसी दौरान तीन गाड़ियां आई और उसके पिता समेत कई किसानों को कुचल दिया, वहां एम्बुलेंस न होने पर वो मोटरसाइकिल लेने गया तब तक एम्बुलेंस आई, लेकिन रास्ते में उसके पिता की मौत हो गई। मृतक दलजीत के बेटे राजदीप ने कहा कि मंत्री का बेटा गाड़ियां लेकर आया था, उसी ने सभी को कुचल दिया और उसकी फायरिंग से किसान की मौत हुई है। उसका कहना है कि उसे इंसाफ चाहिए।

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