पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुरू की तेल/गैस की खोज, खर्च होंगे 5000 करोड़ रुपए

 पेट्रोलियमभुवनेश्वर। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को ओडिशा में नेशनल सिस्मिक प्रोग्राम (एनएसपी) का उद्घाटन किया। इसका मकसद महानदी के तल में तेल और प्राकृतिक गैस जैसे हाइड्रोकार्बन स्रोतों का पता लगाना है। इसकी शुरुआत बालेश्वर जिले के सोरो प्रखंड के तारंगा गांव में की गई।  इस प्रोजेक्ट में खर्च होंगे पांच हजार करोड़ रुपए।

एनएसपी का मकसद देश भर की नदियों की तलहटी का नए सिरे से मूल्यांकन करना है, खासकर जहां का पर्याप्त डाटा उपलब्ध नहीं है ताकि देश में मौजूद हाइड्रोकार्बन संसाधनों की संभावना का पता लगाया जा सके।

इस कार्यक्रम के तहत ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन (ओएनजीसी) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) को पूरे देश में हाइड्रोकॉर्बन संसाधनों का पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है, जिसके तहत वे संसाधनों की मौजूदगी, उसके प्रसंस्करण और विश्लेषण पर अपनी रिपोर्ट देंगी।

एक विज्ञप्ति के अनुसार, ओएनजीसी को महानदी की तलहटी सहित देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 26 बेसिन के 40,835 किलोमीटर क्षेत्र में इसका पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है।

 

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