गुजरात का वंदेमातरम मेमोरियल बना देश का पहला 4डी संग्रहालय

4डीअहमदाबाद । स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से मौजूदा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए गुजरात के कच्छ-भुज में 4डी प्रभाव वाला पहला संग्रहालय स्थापित किया गया है। 12 एकड़ क्षेत्र में फैले इस वंदेमातरम मेमोरियल का पहला ढांचा संसद भवन जैसा है, जबकि दूसरा ढांचा लाल किले जैसा है।

आशापुरा फाउंडेशन के चेयरमैन चेतन शाह ने एक बयान में कहा, “ब्रिटिश शासन से भारत को आजाद कराने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जो बलिदान दिया और परेशानी उठाई, उसके बारे में मौजूदा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए यह स्मारक तैयार किया गया है।”

दुनिया में अपनी तरह के पहले इस विशिष्ट राष्ट्रीय स्मारक का 20 फरवरी को मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में प्री लांच किया गया।

शाह ने कहा, “कच्छ-भुज के हीरा लक्ष्मी क्राफ्ट पार्क के निकट 12 एकड़ में यह वन्देमातरम मेमोरियल फैला हुआ है। संग्रहालय का पहला ढांचा एक लाख वर्गफुट में है, जो भारत के संसद भवन की प्रतिकृति है। संग्रहालय का दूसरा ढांचा 50 हजार वर्गफुट का है, जो लालकिले जैसा है और उसमें गांधी आश्रम ऑडिटोरियम गैलरी लाइब्रेरी फूडकोर्ट का समावेश है।”

इस मेमोरियल की इमारत बनाने में उसी खान के पत्थरों का उपयोग किया गया, जिस खान के पत्थरों का भारतीय संसद भवन निर्मित करने में उपयोग किया गया था। यह मेमोरियल आशापुरा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के सीएसआर का हिस्सा है।

इस संग्रहालय में शहीद भगत सिंह, मंगल पांडेय, महात्मा गांधी जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का चित्रण किया गया है। प्रौद्योगिकी के सहयोग से इतिहास को यहां जीवंत दर्शाया गया है। इस स्मारक में भारत के स्वतंत्रता संग्राम संबंधी 17 महत्वपूर्ण प्रसंगों को जीवंत दर्शाया गया है। इसमें शहंशाह जहांगीर के दरबार में ब्रिटिशों के आगमन, दक्षिण अफ्रीका के डर्बन में बापू को सत्ता सौंपने जैसे अवसर यहां जीवंत बनाए गए हैं।

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