दक्षिण एशिया में अकेला पड़ा पाकिस्‍तान, इस्‍लामाबाद का दक्षेस सम्‍मेलन रद

दक्षिण एशियाइस्लामाबाद | भारत की कूटनीति से दक्षिण एशिया में आतंक का आका पाकिस्‍तान पूरी तरह अकेला पड़ गया है। पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि यदि भारत दक्षेस सम्मेलन में भाग लेने से इनकार कर रहा है तो इस्लामाबाद में नवंबर में होने वाले इस सम्मेलन को स्थगित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने एक बयान में यहां कहा, “दक्षेस के नियमों के मुताबिक यदि कोई सदस्य देश भाग लेने से इनकार करता है तो सम्मेलन नहीं होगा।”

पाकिस्तान रेडियो की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि भारत के भाग लेने से इनकार के कारण दक्षेस सम्मेलन पहले भी चार बार स्थगित हो चुका है।

अजीज ने कहा कि हालांकि यह संभव है कि सम्मेलन स्थगित हो जाए, लेकिन अभी तक दक्षेस सचिवालय ने आधिकारिक रूप से यह सूचित नहीं किया है।

मंगलवार को भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान ने दक्षेस के वर्तमान अध्यक्ष नेपाल को लिख कर इस सम्मेलन से खुद के बाहर होने की घोषणा की है।

भारत ने कहा है कि वह 9-10 नवंबर को होने वाले दक्षेस सम्मेलन से खुद को अलग करते हुए कहा है कि क्षेत्र में सीमा पार से बढ़ते आतंकवादी हमले और ‘एक देश द्वारा’ दक्षेस के सदस्यों के आंतरिक मामले में बढ़ते हस्तक्षेप ने ऐसा माहौल पैदा कर दिया है, जो 19वें दक्षेस सम्मेलन के सफल आयोजन के अनुकूल नहीं है।

अफगानिस्तान ने कहा, “अफगानिस्तान पर आतंकवाद थोपने के परिणामस्वरूप हिंसा और संघर्ष के बढ़ जाने के कारण अफ गानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी सर्वोच्च कमांडर के रूप में पूरी तरह व्यस्त रहेंगे। सम्मेलन में भाग ले पाना संभव नहीं हो पाएगा।”

बांग्लादेश ने कहा है, “बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में एक देश के बढ़ते हस्तक्षेप ने ऐसा वातावरण बना दिया है, जो इस्लामाबाद में नवंबर 2016 में 19वें दक्षेस सम्मेलन के सफल आयोजन के अनुकूल नहीं है।”

भूटान ने कहा है, “भूटान की शाही सरकार चिंता इस क्षेत्र में हाल में आतंकवाद में हुई वृद्धि है, जिसने 19वें दक्षेस सम्मेलन के सफल आयोजन के माहौल को गंभीर रूप से जोखिम में डाल दिया है।”

बताया जाता है कि श्रीलंका ने कहा है कि सम्मेलन का आयोजन भारत के भाग लिए बगैर संभव नहीं होगा।

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