थोक महंगाई दर जून में 1.62 फीसदी बढ़ी 

थोक महंगाईनई दिल्ली | देश की थोक महंगाई दर जून 2016 में बढ़कर 1.62 फीसदी दर्ज की गई। यह दर 20 महीनों के उच्चतम स्तर पर है। यह दर मई में 0.79 फीसदी थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जून महीने में आलू 64.48 फीसदी महंगा हुआ और दलहन कीमतें 26.61 फीसदी बढ़ी। इस दौरान सब्जियां 16.91 फीसदी महंगी हुईं और चीनी से बने उत्पाद 26.09 फीसदी महंगे हुए।

पेट्रोल की थोक कीमतें  गिरी

गौरतलब है कि दो दिन पहले आंकड़ों से पता चला था कि खाद्य पदार्थो की बढ़ी हुई कीमतों से जून में वार्षिक खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.77 फीसदी हो गई है। सालाना खुदरा खाद्य महंगाई दर बढ़कर 7.79 फीसदी हो गई, जो मई में 7.47 फीसदी थी। अप्रैल में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 0.34 प्रतिशत थी, जिसे बाद में संशोधित कर 0.79 प्रतिशत किया गया।

अन्य सामानों में पेट्रोल की थोक कीमतें पिछले साल 8.74 फीसदी गिर गई, जबकि डीजल की कीमत 1.13 प्रतिशत अधिक रही।

आंकड़ों के मुताबिक, जून में आलू की कीमतों में 54.38 फीसदी, जबकि सब्जियों में 39.97 की फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस दौरान दाल की कीमतें 15.50 फीसदी बढ़ीं।

आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने कहा कि डब्ल्यूपीआई में बढ़ोतरी उद्योगों की उम्मीदों के अनुरूप है।

एसोचैम के महासचिव डी.एस.रावत ने कहा, “दाल, सब्जी, फाइबर, अनाज, चावल, चीनी, गेहूं तथा तिलहनों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसपर नीति निर्धारकों को रोक लगानी चाहिए और आपूर्ति पक्ष प्रतिक्रिया से इसका समाधान करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “जब सीपीआई (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स इन्फ्लेशन) अपने उच्च स्तर पर होगा, तब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भारत में मांग और आपूर्ति के समाधान की स्थिति में नहीं होगा।”

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