हवालात में दो कैदियों ने की जान देने की कोशिश

जालौन जिला जेलजालौन| उत्तर प्रदेश में अदालतों में पेशी के दौरान हमीरपुर और जालौन जिला जेल में निरुद्ध एक-एक विचाराधीन बंदी ने अदालत की हवालात में जान देने की कोशिश की। हमीरपुर कारागार के जेलर के.पी. सिंह ने बुधवार को बताया कि हत्या के प्रयास में राठ निवासी मोहित त्रिपाठी चार अक्टूबर 2013 से जेल में निरुद्ध है।

जालौन जिला जेल

मंगलवार को अदालत में पेशी के दौरान उसने न्यायालय लॉकअप में जहरीला पदार्थ खा लिया। संबंधित न्यायालय में पेशी के समय वह दरवाजे पर गिर गया।

उन्होंने बताया कि उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जेलर ने बताया कि बंदी की आत्महत्या की कोशिश के कारणों और उसके पास जहरीला पदार्थ पहुंचने की जांच कराई जाएगी।

उधर, जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने बुधवार को बताया कि शहर के बघौरा मुहल्ला निवासी शिवा यादव 10 अप्रैल 2016 से ललित याज्ञिक की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। उसने अदालत में पेशी के दौरान न्यायालय की हवालात के शौचालय में अपने मफलर से फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। कुछ अन्य कैदियों के शोर मचाने पर दरवाजा खोलकर पुलिस ने उसे बेसुध हालत में निकाला और उपचार के लिए सरकारी अस्पताल भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई।

उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय ने हाल ही में उसका जमानत प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया था। शायद इसी वजह से उसने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि पुलिस की लापरवाही और आत्महत्या की कोशिश के कारणों की जांच की जा रही है।

गौरतलब है कि इसके पूर्व भी दो विचाराधीन कैदी इसी हवालात में जान दे चुके हैं।

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