जापान से और मजबूत होंगे उत्तर प्रदेश के रिश्ते

जापानलखनऊ| जापान के राजदूत केन्जी हिरामत्सू ने गुरुवार को शास्त्री भवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मुख्यमंत्री से बातचीत में हिरामत्सू ने जापान और उत्तर प्रदेश के बीच संपर्क बढ़ाने, पर्यटन व औद्योगिक क्षेत्रों में सहयोग तथा जापान में उप्र के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा की संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बातचीत में साफ किया कि जापान से उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक व आर्थिक रिश्ते और मजबूत होंगे। उन्होंने पूर्वाचल और बुंदेलखंड जैसे पिछड़े इलाकों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास में जापान के सहयोग की अपेक्षा की है।

गुरुवार को केन्जी हिरामत्सू जापानी दूतावास के सेकेंड सेक्रेट्री अकिओ सुगिमोतो के साथ शास्त्री भवन में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। इस दौरान योगी ने कहा कि भारत और जापान के प्रगाढ़ संबंध रहे हैं। प्रदेश सरकार इन मजबूत रिश्तों का सदुपयोग राज्य के विकास के लिए करना चाहेगी। वह चाहते हैं कि ये संबंध नई ऊंचाइयां हासिल करें। हिरामत्सू ने भी कहा कि जापान की सरकार दोनों देशों के गहरे रिश्तों को आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़ करना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के लिए जापानी भाषा के पठन-पाठन की भी व्यवस्था कराई जाएगी। हिरामत्सू ने प्रदेश सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि जापानी भाषा सिखाने के लिए शिक्षकों की ट्रेनिंग में उनके देश की सरकार सहयोग करना चाहती है।

आइआइटी कानपुर, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय तथा एमिटी विश्वविद्यालय के स्तर पर यह व्यवस्था की गई है। आइटीआइ कानपुर तथा टोक्यो विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान की तरह ही उप्र एवं जापान के विश्वविद्यालयों को जोड़ा जा सकता है। उन्होंने शिक्षा शोध संबंधी कार्यो में भी उप्र में सहयोग का भरोसा दिया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बौद्ध परिपथ के तहत वाराणसी, सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु एवं श्रवस्ती आदि क्षेत्रों में जापान समेत विभिन्न देशों के बौद्ध पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने को राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जिस प्रकार जापान सरकार द्वारा बौद्ध परिपथ की पिछली परियोजनाओं में सहयोग दिया गया, राज्य सरकार चाहेगी कि भविष्य में भी सहयोग मिले।

राजदूत ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वाराणसी भ्रमण के दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ने कन्वेंशन सेंटर की जो सौगात दी थी, वह शीघ्र पूरी हो जाएगी। वाराणसी एवं क्योटो के बीच पार्टनर सिटी एग्रीमेंट किया गया, जिसके तहत जल, सीवरेज तथा कूड़ा प्रबंधन के आधुनिकीकरण के साथ ही, शहरी यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की बात कही गई है। उन्होंने वाराणसी में गंगा नदी के पुनरुद्धार तथा अपशिष्ट निस्तारण सहित गोरखपुर में फातिमा अस्पताल एवं अंबेडकरनगर जिले में विद्यालय की स्थापना के लिए जापान द्वारा की गई आर्थिक मदद की भी जानकारी दी।

राजदूत ने कहा कि जापान के प्रतिष्ठित निवेशकों एवं उद्योगपतियों के एक दल को वह उप्र में भ्रमण पर लाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार औद्योगिकीकरण एवं विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए कृतसंकल्प है।

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