बर्बरता का बदला लेने के लिए सेना को मिला ख़ास आर्डर, कांप जाएगी नवाज की रूह, पाक छोड़ेगा पसीना

जवानों के साथ बर्बरताश्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सीमापार से होने वाली सीजफायरिंग में दो जवानों की मौत के बाद शवों के साथ बर्बरता किए जाने से तनाव काफी बढ़ गया है। जवानों में इस मामले को लेकर जहां गुस्सा है, वहीं पूरा देश इस घटना पर अपना रोष जता रहा है। जवानों में भी जैसे को तैसा देने की चाहत उबाल मार रही है। ऐसे में अब सेना के अधिकारियों ने जवानों के साथ बर्बरता का बदला लेने की खुली छूट दे दी है।

जवानों के साथ बर्बरता का बदला

पुंछ जिले के कृष्‍णा घाटी सेक्‍टर में दो भारतीय जवानों के सिर काटे जाने की घटना के बाद सेना को जवाब देने के लिए पूरी आजादी दी गई है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना को इस कार्रवाई का बदला लेने के लिए पूरी छूट दी गई है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी इस घटना के बाद कहा था कि भारतीय जवानों का बलिदान व्‍यर्थ नहीं जाएगा। भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि इस बर्बरता का बदला लिया जाएगा।

बता दें कि पाकिस्‍तानी सेना की बैट टीम ने एक मई को भारतीय सीमा में घुसकर दो भारतीय जवानों की हत्‍या कर दी थी। साथ ही उनके शवों से भी बर्बरता की गई थी। इस हमले में सेना के नायब सुबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ के प्रेम सागर शहीद हुए थे।

एक वरिष्‍ठ अधिकारी के हवाले से एक निजी समाचार पत्र द्वारा लिखा गया कि पाकिस्‍तान की इस हरकत का बदला सुनियोजित तरीके से भारत के चुने हुए समय पर लिया जाएगा।

इस कार्रवाई के जवाब में भारत की ओर से पाकिस्‍तानी सेना की पोस्‍ट को निशाना बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें पाकिस्‍तान के सात जवान मारे गए और दो पोस्‍ट पूरी तरह तबाह कर दी गई।

इस साल जनवरी से अभी तक 65 बार नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम तोड़ा गया है। 1 मई को भी पाकिस्‍तान ने कृष्‍णा घाटी सेक्‍टर में भारत की दो अग्रिम चौकियों कृपाण 1 और 2 पर 120 एमएम के भारी मोर्टार दागे थे।

नायब सुबेदार परमजीत सिंह के नेतृत्‍व में सेना और बीएसएफ के जवान दो चौकियों के बीच गश्‍त पर गए हुए थे। पाकिस्‍तान ने इन्‍हें भी निशाना बनाया। साथ ही घने जंगल में गश्‍ती दल पर घात लगाकर हमला भी किया गया।

वहीं इसी के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिटरी ऑपरेशंस यानी डीजीएमओ स्तर की बातचीत हुई।

इस बात चीत के दौरान पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी हकीकत को ढकने की कोशिश की, लेकिन भारतीय डीजीएमओ ने साफ कहा कि हमलावरों को पाकिस्तानी सेना पोस्ट ने कवर दिया था।

इसका सीधा मतलब यही हैं कि इस घटना में पाकिस्तानी सेना की पूरी मिलीभगत है, जिसपे हर बार की तरह इस बार भी पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।

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