फिर भड़केगा ड्रैगन, भारत के हांथ लगी चीन की कमजोर नस

चीन की बेचैनीनई दिल्ली : मोदी सरकार को चीन की बेचैनी बढ़ाने वाला कारण मिला है। जिसके चलते चीन की नाराजगी भारत के लिए आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। खबर है कि तिब्‍बती धर्मगुरु दलाई लामा अरुणाचल प्रदेश दौरे पर आएंगे। सूत्रों की मानें तो केन्द्र सरकार ने दलाई लामा के दौरे को हरी झंडी भी दे दी है।

चीन की बेचैनी बढाएंगे दलाई लामा

धर्मगुरु दलाई लामा का यह दौरा अगले साल के शुरूआत में प्रस्तावित है। चीन दलाई लामा के भारत दौरे का विरोध जरूर करेगा क्योंकि इससे पहले चीन ने 2009 में भी दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे का विरोध किया था।

चीन की बेचैनी पिछले हफ्ते भी देखने को मिली थी जब अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा की 22 अक्तूबर की तवांग यात्रा पर आए थे। तब चीन ने यह कहते हुए विरोध किया था कि राजदूत ने विवादित क्षेत्र का दौरा किया।

अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपना दावा करता है और इसे भारत का हिस्सा नहीं मानता है। वह राज्य के 83,500 वर्ग किलोमीटर पर अपना दावा जताता है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताता है। चीन हमेशा भारतीय नेताओं, विदेशी अधिकारियों एवं दलाई लामा की इस क्षेत्र के दौरों का विरोध करता रहा है।

दलाई लामा की यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, ‘दलाई लामा सम्मानित आध्यात्मिक हस्ती एवं भारत के माननीय अतिथि हैं। वह भारत के किसी भी हिस्से में जाने के लिए स्वतंत्र हैं’।

विकास स्वरूप ने कहा, ‘यह एक तथ्य है कि अरुणाचल प्रदेश में बौद्ध धर्मावलंबियों में अच्छी-खासी संख्या में उनके अनुयायी हैं जो उनका आशीर्वाद चाहते हैं। वह पहले भी राज्य की यात्रा कर चुके हैं और यदि वह यहां आते हैं तो हमें कुछ असामान्य नजर नहीं आता”।

LIVE TV