गुजरात में तूफान अलर्ट जारी : 100 किमी रफ्तार वाला चक्रवात मचा सकता है तबाही !

गुजरात में संभावित चक्रवातीय तूफान के कारण अलर्ट जारी किया गया है. गुजरात से 930 किलोमीटर दूर समुद्र में डिप्रेशन पैदा हुआ है.इस कारण गुजरात के पास आते ही यह चक्रवात में तब्दील हो जाएगा. इसका सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र और कच्छ के इलाको में होगा.

इन इलाकों में होगा सबसे ज्यादा असर

इस चक्रवात के कारण सौराष्ट्र के भावनगर, अमरेली, सोमनाथ, वेरावल, जामनगर, पोरबंदर द्वारिका और कच्छ समेत कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है.

मुंबई के मौसम विभाग के वैज्ञानिक शुभांगी भूते ने बताया, ” भारत में चक्रवात कच्छ सौराष्ट्र के पास 13 और 14 जून के आसपास प्रवेश करेगा लेकिन यह समुद्र तट से कई किलोमीटर दूर ही रहेगा.

 

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह

बताया जा रहा है कि सेंट्रल और साउथ ईस्ट अरब सागर में लक्ष्यद्वीप के पास इस डिप्रेशन पैदा हुआ है. इसे लेकर मौसम विभाग ने फिलहाल सभी बंदरगाहों पर साइक्लोनिक वार्निंग जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.

मौसम विभाग के डॉयरेक्टर जयंत सरकार का कहना है कि आने वाले दो दिनों में गुजरात की जनता को गर्मी से राहत मिलेगी. लेकिन मानसून डिप्रेशन के कारण देर से आएगा.

 

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90 से 110 किलोमीटर की गति से चलेगी हवा

बताया जा रहा है कि फिलहाल ये डिप्रेशन गुजरात से 930 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन गुजरात के किनारे आने पर हवा की गति 90 से 110 किलोमीटर हो जाएगी.

इस कारण गुजरात के तटीय इलाकों में भारी तबाही हो सकती है. चक्रवाती तूफान को लेकर गुजरात सरकार ने आपातकालीन बैठक बुलाई है और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम को तैनात करने की तैयारियां शुरू कर दी है.

इस समय यह सिस्टम डिप्रेशन के रूप में दक्षिण पूर्वी और पूर्वी मध्य अरब सागर पर है. इस चक्रवाती तूफान के कारण होने वाली बारिश से गुजरात की जनता को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी. गुजरात के तटीय इलाकों के अलावा अन्य जगहों पर भी हल्की बारिश की संभावना है. डिप्रेशन के कारण मानसून के आने में देरी भी हो सकती है.

 

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