गठबंधन की रैली में मुलायम बोले- माया का एहसान नहीं भूलूंगा, अखिलेश ने कहा- हमेशा करेंगे सम्मान

नई दिल्ली : मैनपुरी के सियासी रण में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन की संयुक्त रैली हो रही हैं। जहां इसमें 24 साल बाद एक बार फिर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और मायावती एक साथ सियासी मंच पर हैं। लेकिन गठबंधन की यह रैली क्रिश्चियन मैदान में रैली हो रही है।

मुलायम

बता दें की रैली में मुलायम ने कहा कि मायावती हमारे लिए वोट मांगने आई हैं। लेकिन हम उनका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि आपके इस एहसान को कभी नहीं भूलूंगा। उन्होंने सपाई से कहा कि मायावती का बहुत सम्मान करना होगा। माया ने हमेशा हमारा साथ दिया हैं।

 

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वहीं मैनपुरी के मंच से मुलायम सिंह यादव ने बड़ा एलान भी किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। हर बार मैनपुरी के लोग हमें जिताते आए हैं। आखिरी चुनाव में भारी बहुमत से और जिता देना। हर जीत से यह बड़ी होनी चाहिए।

रैली में अखिलेश ने कहा कि ये चुनाव देश के भविष्य से जुड़ा हुआ है। भाजपा ने नोटबंदी और जीएसटी लगाकर व्यापार बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है। नया प्रधानमंत्री बनने से ही नया भारत बनेगा।

सपा-बसपा के गठबंधन पर मुलायम सिंह ने कहा कि आज मायावती मंच पर है। वो हमारे लिए वोट मांगने आई हैं। उनका हार्दिक अभिनंदन है। सपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि हमें मायावती का बहुत सम्मान करना होगा।

नामांकन के बाद मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव की यह पहली रैली है। गठबंधन की रैली में रालोद मुखिया अजित सिंह नहीं आए हैं। मंच पर अखिलेश यादव और मायावती के भतीजे आकाश आनंद समेत दोनों पार्टियों के नेता भी मौजूद हैं।

दरअसल मैनपुरी लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी जीत का स्वाद नहीं चखा है। मुलायम सिंह यादव 1996 में पहली बार सांसद बनकर कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सरकार में रक्षा मंत्री बने थे। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में कई जीत दर्ज की।

 

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