गोवा में खुलेआम बांटे आईएस के पर्चे, सच्चाई जानकर लोग हुए हैरान

आईएस के पर्चेपणजी । गोवा में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के पर्चे बांटने के आरोप में गिरफ्तार दो लोगों को जिला प्रशासन ने मंगलवार को रिहा कर दिया। उत्तरी गोवा के पुलिस अधीक्षक उमेश गांओकर ने यह भी कहा कि इनके पिछले जीवन की छानबीन से आतंकवाद से कोई संबंध नहीं होने का खुलासा हुआ है।

उन्होंने कहा कि इनके पास से सोमवार की रात जो पर्चे मिले थे, वास्तव में उनमें लिखा था कि वे आईएस के खिलाफ हैं।

गांओकर ने कहा, “वे लोग इस्लाम के सलाफी मत की गतिविधियों में शामिल हैं और सच्चे इस्लाम में विश्वास रखते हैं। ये पर्चे कन्नड़ भाषा में हैं और वास्तव में आईएस की निंदा करते हैं। चूंकि ये कन्नड़ में थे इसलिए हम लोग इसे तत्काल समझ नहीं पाए। बाद में एक कन्नड़ अनुवादक से इसकी जांच कराई गई।”

इलियास यू (34) और अब्दुल नजीर (24) दोनों केरल के कसारगोड के रहने वाले हैं। पुलिस ने सोमवार को इन्हें तब गिरफ्तार किया था जब पणजी के उपनगरीय इलाके डोना पाउला के निवासियों ने पर्चे ले जाते देखा जिन पर कन्नड़ भाषा के साथ आईएस भी लिखा हुआ था।

गांओकर ने कहा कि दोनों सलाफी सम्मेलन के लिए प्रचार कर रहे थे जो जनवरी में ही मंगलौर में होना है।

उन्होंने कहा कि इलियास कुछ वर्षो से दक्षिण गोवा के मडगांव शहर में रहता है और वह राज्य की इकलौती सलाफी मस्जिद में ही जाता है जो कि इसी शहर में है।

गांओकर ने यह भी बताया कि दोनों साले-बहनोई हैं और वे अपने परिवार के साथ गोवा की यात्रा कर रहे थे। जब पर्चे के साथ दोनों को स्थानीय लोगों ने पकड़ा था, उस समय वे घूमने के लिए डोना पाउला गए थे।

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