किसान प्रदर्शन 7वें दिन भी जारी, दिल्ली पर पड़ रहा इसका यह असर

केंद्र सरकार (Central Govt.) द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों (Agriculture Law) को लेकर पंजाब-हरियाणा से आए हजारों किसानों का प्रदर्शन (Kisan Protest) आज लगातार 7वें दिन भी जारी है। ना ही सिर्फ पंजाब-हरियाणा बल्कि अब कई अन्य राज्यों के किसान भी उनका साथ देने राजधानी पहुंच चुके हैं। इस के कारण दिल्ली के सभी बार्डर बाधित हो चुके हैं जिसका सीधा प्रभाव एशिया की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर पर पड़ रहा है। यदि बात करें मंडी की तो पिछले 6 दिनों से बाहर से किसी भी प्रकार के फल व सब्जियां नहीं आ सकी हैं जिस से दिल्ली में रहने वाले लोगों को खाने में समझौता करना पड़ रहा है। कई बार्डरों को किसानों ने अपने कब्जे में कर लिया है। यदि राजधानी के साथ यूपी और राजस्थान के बॉर्डर पर भी कुछ यही हालात रहे तो दिल्ली में रहने वाले तमाम लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ सकता है।

राजधानी में प्रदर्शन कर रहें किसानों के कारण दिल्ली की आजादपुर मंडी में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से आने वाले फल समते सब्जियों पर ग्रहण लगा चुका है। वहीं इस पर मंडी के कारोबारियों का कहना है कि किसानों द्वारा जारी आंदोलन के कारण फलों और सब्जियों की सप्लाई बाधित हो रही है। यदि बात करें सप्लाई करने वाले ट्रक चालकों की तो उनका भी यही कहना है कि किसान आंदोलन के कारण वे राजधानी का सफर नहीं करने के लिए मजबूर हैं।

बता दें कि किसान आंदोलन से पहले इस मंडी की रोजाना आवक लगभग 2500-3000 ट्रक की थी लेकिन किसानों के प्रभाव से यह घटकर सिर्फ 935 ट्रक रह गई है। यही वजह है कि राजधानी में सब्जियों व फलों के दाम बढ़ चुके हैं। आम लोगों को अब इन बढ़ी कीमतों के कारण अपनी थाली में सब्जी से समझौता करना पड़ रहा है। इस मामले में आजादपुर मंडी के चैयरमेन आदिल अहमद (Adil Ahmed) खान ने जानकारी देते हुए बताया कि टिकरी, गाजीपुर, सिंघु, व यूपी बॉर्डर बंद होने के कारण पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर से सब्जियों व फलों की आपूर्ति पर भारी प्रभाव देखने को मिल रहा है।

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