किशोर कुमार की पुण्यतिथि : ये हैं किशोर दा के कुछ अनसुने किस्से
–शकुंतला
चाहे पुराने जमाने के लोग हो या आज की युवा पीढ़ी हर उम्र के लोग किशोर कुमार के फैंस है। उनकी आवाज़ में वो जादू था कि लोग आज भी उनके गानों को वैसे ही पसंद करते है जैसा की तब करते थे जब वो जीवित थे। आज (13 ऑक्टूबर) को किशोर कुमार की पुण्यतिथि है। किशोर कुमार एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं बल्कि एक बेहतरीन गायक भी थे। इसके अलावा किशोर कुमार ने बतौर निर्माता-निर्देशक, गीतकार, स्क्रिप्ट राइटर भी भूमिका भी बखूबी निभाई। किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था।
अपनी सुरीली आवाज़ का श्रेय
अपनी जादूई आवाज से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज करने वाली किशोर कुमार की सुरीली आवाज हमेशा से ही इतनी मधुर नहीं थी। बचपन में तो किशोर कुमार सही से बोल भी नहीं पाते थे। जिसकी वजह से किशोर कुमार के माता-पिता हमेशा उनके लिए चिंतित रहते थे। उसी दौरान उनके साथ एक हादसा हुआ जिसके चलते उनके अंदर एक सुरीली आवाज़ ने जन्म ले लिया, जिसने आगे चल कर न जाने कितने ही गीतों को अमर कर दिया और लाखों लोगों को अपना दीवाना बना लिया। दरअसल किशोर कुमार के बचपन में उनका पैर हसियें पर पड़ गया जिससे उन्हें गहरी चोट आयी और वो बहुत रोये। किशोर कुमार इतना ज्यादा रोये की उनकी आवाज पूरी तरह बदल गयी और सुरीली हो गयी। इसी हादसे को किशोर कुमार अपनी जादुई और मधुर आवाज़ का श्रेय देते थे।
किशोर कुमार का फिल्मी जीवन
अपने सिंगिंग कॅरिअर की शुरुवात किशोर कुमार ने फिल्म ” बॉम्बे टॉकीज़ ” से की और बतौर अभिनेता उनकी पहली फिल्म 1946 में आई फिल्म “शिकारी” थी जिसमे किशोर कुमार ने मुख्य भूमिया निभाई। जिसके बाद तो किशोर कुमार निर्माता निर्देशकों की पहली पसंद बन गए। किशोर कुमार का जादू सभी के सर चढ़ कर बोलने लगा। 70 -80 का दशक किशोर कुमार के लिए बहुत ही खास रहा इस दौर में किशोर ने ऐसे ऐसे गाने गाये जो की संगीत प्रेमियों की पहली पसंद बन गए। उस दौरान किशोर कुमार बॉलीवुड के सबसे महंगे सिंगर और एक्टर थे। किशोर कुमार ने इसके साथ ही कई फिल्मो का निर्माण और निर्देशन भी किया।किशोर कुमार बॉलीवुड जगत के एकमात्र ऐसे गायक है जिन्होंने आठ बार सर्वश्रेष्ठ सिंगिंग के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
उलझनों से भरा रहा किशोर कुमार का निजी जीवन
चुलबुले और मस्तमौला व्यक्तित्व के किशोर कुमार का निजी जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रहा। प्यार, जुदाई और गम से भरे उनके जीवन में किशोर कुमार ने चार शादियाँ की। पहली पत्नी रुमा देवी से अलग होने के बाद किशोर कुमार ने दूसरी शादी उस समय की सबसे खूबसूरत और कामयाब अभिनेत्री मधुबाला से की। लेकिन, शादी के नौ साल बाद मधुबाल की मौत हो गई। इसके बाद किशोर कुमार ने तीसरी शादी एक्ट्रेस योगिता बाली से की, पर ये शादी भी ज्यादा ना चली और 1980 किशोर कुमार ने चौथी शादी अपने से उम्र में काफी छोटी अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर से की जो की किशोर कुमार के बेटे से उम्र में महज़ दो साल ही बड़ी थी।
किशोर कुमार के अतरंगी किस्से
भारतीय सिनेमा जगत के जिंदादिल और हरफनमौला अभिनेता और गायक किशोर कुमार की जिंदगी कई अजीबो-गरीब किस्सों से भरी पड़ी है। ऐसा ही एक किस्सा है फिल्म “भाई-भाई” के सेट का। दरअसल फिल्म निर्देशक ने उनकी फीस से पांच हज़ार रुपए नहीं दिए थे। जिससे उन्होंने बार- बार सेट के चक्कर लगाने शुरू कर दिए थे और कहते “पांच हज़ार रुपए।“ जब निर्देशक ने उन्हें उनके पैसे दे दिए फिर उन्होंने शूटिंग पूरी की। एक बार किसी फिल्म की शूटिंग मे वों आधे चेहरे पर ही मेकअप लगा के चले आये थे जब लोगो ने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने बताया की जब आधे पैसे मिले तो आधा मेकअप किया। ऐसे ही अजीब और शरारती किस्सों से उनका जीवन भरा पड़ा है।