अब गंगा में बहाए जा रहे हैं 500-1000 के नोट

कालेधन पर लगाममिर्जापुर। भारत में कालेधन पर लगाम लगाने के लिए पीएम मोदी की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है। अब तक कई ऐसी खबरें भी मिल चुकी हैं जिनमें कालाधन रखने वाले 500-1000 के पुराने नोट को फेंक रहे हैं या फिर जला रहें हैं।

ऐसी ही एक खबर मिर्जापुर से मिली है जहां पर 1000 रुपए के पुराने फटे हुए नोट गंगा नदी में बहते पाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब वहां के स्थानीय लोग गंगा स्नान के लिए पहुंचे तो उन्होंने नदी में 1000 रुपए के फटे नोट देखे। इसके बाद वहां के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

मिर्जापुर में यह खबर फैलते ही इसे देखने के लिए किनारे पर लोगों की भीड़ लग गई, कुछ लोग नदी में कूदे भी, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि नदी में नोट फाड़कर फेंके गए थे। इससे पहले बरेली में नोट जलाने की खबरें आई थीं।

गुरुवार को भी एक ऐसे ही मामले में पुणे में नगर निगम की एक कूड़ा उठाने वाली महिला को एक हजार के 52 नोट सड़क किनारे एक प्‍लास्टिक की थैली में मिले थे। उसने इस बात की सूचना अपने सुपरवाइजर को दी। बाद में पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस नोटों की असलियत और इसके मालिक का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

कालेधन पर लगाम लगाने के लिए पीएम मोदी की इस पहल पर शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों को दिक्कत हो रही है। 30 नवंबर तक पुराने नोट चलने दें। इस चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि अब भी बहुत बड़ी आबादी बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर है। ऐसे में 8 नवंबर को अचानक 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद किए जाने से खासकर निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतें हो रही हैं। कई मरीजों के लिए यह स्थिति जानलेवा भी हो रही है।

LIVE TV