सरकार ने एमएसएमई को नष्ट किया, अब आरबीआई से मदद चाहती है : चिदंबरम

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि नोटबंदी काले धन से छुटकारा पाने के लिए एक ‘कड़वी’ दवा थी। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में बुधवार को कहा कि इससे सूक्ष्य, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र पूरी तरह बरबाद हो गया और अब सरकार चाहती है कि आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) इस क्षेत्र को पुनर्जीवित करे। चिदंबरम ने एक ट्वीट में कहा, “सच्चाई यह है प्रधानमंत्री महोदय कि आपने नोटबंदी का इस्तेमाल एमएसएमई को नष्ट करने के लिए एक ‘कड़वी’ दवा के रूप में किया। अब सरकार चाहती है कि आरबीआई इस सेक्टर को पुनर्जीवित करे।”
एमएसएमई
चिदंबरम ने यह बात मध्य प्रदेश में मंगलवार को एक रैली में मोदी द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में कही है।

आरबीआई के निदेशक मंडल ने सोमवार को केंद्रीय बैंक ने आर्थिक पूंजी ढांचे की जांच करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो यह फैसला करेगी कि केंद्रीय बैंक को अपने रिजर्व में कितनी राशि रखनी चाहिए और कितना धन उसे सरकार को देना चाहिए।
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निदेशक मंडल ने इसके अलावा अर्थव्यवस्था में तरलता की कमी पर भी विचार किया कि क्या इसे बढ़ाने के लिए बैंकों पर लागू प्राम्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए) नियमों में ढील दी जाए, जिसे बैंकों के फंसे हुए कर्ज के कारण बैलेंस शीट को ठीक करने के लिए लागू किया गया था। इस मसले पर आरबीआई बोर्ड फॉर फाइनेंशियल सुपरविजन (बीएफएस) विचार करेगा।

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