NIT में लेना है ऐडमिशन तो लाने होंगे 75 पर्सेंट मार्क्स

एनआईटी में ऐडमिशननई दिल्ली। एनआईटी में ऐडमिशन लेने के लिए अगले साल से आईआईटी की तरह ही स्टूडेंट्स के 12वीं में 75 प्रतिशत मार्क्स होना जरूरी होगा। यह फैसला लेते हुए सभी एनआईटी को इसकी जानकारी दे दी गई है। एचआरडी मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक, कुछ स्टूडेंट्स ने इसका विरोध किया है और इस संबंध में मिनिस्ट्री को ई-मेल भी भेजा है।

मिनिस्ट्री के अधिकारी ने कहा कि कुछ स्टूडेंट्स ने इस फैसले पर अपनी नाराजगी जताते हुए ईमेल किया है कि 75 प्रतिशत से कम मार्क्स लाने वाले स्टूडेंट्स को एनआईटी में ऐडमिशन न देना सही फैसला नहीं होगा। हालांकि, ज्यादातर इसके समर्थन में ही हैं। मिनिस्ट्री के अधिकारी ने कहा कि जब इस फैसले की जानकारी सभी एनआईटी में दी गई तो यह तथ्य भी सामने आया कि यहां ऐडमिशन लेने वाले 95 फीसदी स्टूडेंट्स के 12वीं में 75 प्रतिशत से ज्यादा मार्क्स ही होते हैं।

40 प्रतिशत का खत्म होगा वेटेज

मिनिस्ट्री से मिली जानकारी के मुताबिक, 2017 से जेईई एग्जाम में 12वीं के एग्जाम का 40 प्रतिशत वेटेज खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही एनआईटी के लिए मिनिमम क्वॉलिफिकेशन बढ़ा दी गई है। अभी जेईई एग्जाम में रैंक हासिल करने के बाद भी किसी आईआईटी में ऐडमिशन के लिए स्टूडेंट के 12वीं में एक तय लिमिट से ज्यादा मार्क्स होने जरूरी हैं। जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए 75 प्रतिशत मार्क्स पाने जरूरी हैं तो एससी/एसटी कैटिगरी के लिए 70 प्रतिशत मार्क्स।

इसी तरह अब तक एनआईटी में ऐडमिशन के लिए जेईई की रैकिंग के साथ ही जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स के 12वीं में 70 प्रतिशत और एससी/एसटी कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए 65 प्रतिशत मार्क्स होना मिनिमम क्वॉलिफिकेशन है। लेकिन अब एनआईटी के लिए भी आईआईटी की तरह ही मिनिमम क्वॉलिफिकेशन कर दी गई है।

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