इस बार दीपावली में गाय के गोबर से तैयार एक लाख से अधिक दीयों से जगमगाएगा लखनऊ, मूर्तियों में होंगी ये खास बात

इस बार दीपावली में गाय के गोबर से तैयार एक लाख से अधिक दीयों से लखनऊ शहर जगमगाएगा। नगर निगम की एक खास पहल के तहत गोबर का उपयोग कर एक लाख से अधिक दीये और मूर्तियां बना रहा है। शहर के मुख्य बाजार जैसे हजरतगंज गोमती नगर अमीनाबाद आदि में कान्हा उपवन में तैयार गोबर के दिए व गणेश लक्ष्मी की मूर्ति बिक्री के तैयार की जा रही है। आम जनमानस के लिए स्टॉल लगवाए जाएंगे व गोबर के दिए और मूर्ति की उपयोगिता एवं विशेषता को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए प्रचार व प्रसार भी कैनोपी लगाकर किया जाएगा।

बता दें, बीते दिनों नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने नादरगंज कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव और संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डॉ. अरविंद कुमार राव मौजूद थे।

मूर्तियों में पौधे के बीज, मिट्टी में फेंकने से खुद उगेंगे पौधे 

नगर आयुक्त ने बताया था कि गोबर से तैयार इको फ्रेंडली दीयों और मूर्तियों में गिलोय तुलसी आदि औषधीय पौधों के बीजों को भी डाला गया हैं। ताकि जब इसे उपयोग करने के बाद मिट्टी में फेंका जाए तब इनमें से पौधे उग सकें। साथ ही अगले वर्ष दीपावली पर मूर्ति बदलने पर पुरानी मूर्ति को पेड़ व गमलों आदि में डालने से प्रकृति व पर्यावरण के बड़ा वेद में सहयोग का कार्य करेगी। गोबर के दिए वह मूर्ति से गाय के गोबर की उपयोगिता बढ़ेगी। इससे स्वयंसेवी समूह की महिलाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे। यह एक आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अच्छा कदम होगा।

नगर आयुक्त ने दिए थे ये निर्देश 

  • गोमय दीपावली के कार्यक्रम हेतु समय पर गोबर से बने एक लाख दिए को तैयार करा कर कार्यक्रम के लिए उपलब्ध कराया जाए।
  • लखनऊ शहर के मुख्य बाजार जैसे हजरतगंज गोमती नगर अमीनाबाद आदि में कान्हा उपवन में तैयार गोबर के दिए व गणेश लक्ष्मी की मूर्ति  बिक्री के तैयार की जा रही है।
  • जिओ की 10 और 20 की विशेष आकर्षक पैकिंग करवा कर 300 पैक जन सामान्य को बिक्री के लिए तैयार करवा कर कान्हा उपवन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।  
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